आत्मनिर्भर भारत: DRDO ने सफलतापूर्वत लॉन्च की MPATGM मिसाइल

Akanksha
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नई दिल्ली। आज यानी बुधवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने एक और मिसाइल सफलतापूर्वक लॉन्च कर दी है। आपको बता दें कि, DRDO ने स्वदेशी रूप से विकसित कम वजन फायर एंड फॉरगेट मैन-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। जिसके बाद संगठन ने आज (बुधवार) को यह जानकारी दी है। डीआरडीओ ने बताया कि यह परीक्षण आत्मानिर्भर भारत को बढ़ावा देने और भारतीय सेना को मजबूत करने में सहयोग करेगा।

डीआरडीओ ने आगे बताया कि इस मिसाइल को थर्मल साइट के साथ इंटीग्रेटेड मैन-पोर्टेबल लॉन्चर से लॉन्च किया गया था। इसमें लक्ष्य एक टैंक की नकल कर रहा था। मिसाइल ने सीधे अटैक मोड में लक्ष्य को भेदा और इसे सटीक तरीके से नष्ट कर दिया। डीआरडीओ ने बताया कि परीक्षण ने न्यूनतम सीमा को सफलतापूर्वक सत्यापित किया है। डीआरडीओ ने बताया कि मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया गया। मिसाइल (मैन-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल) का अधिकतम सीमा तक सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया जा चुका है।

साथ ही संगठन की ओर से जानकारी दी गई कि मिसाइल को एंडवास एवियोनिक्स के साथ अत्याधुनिक लघु इन्फ्रारेड इमेजिंग सीकर के साथ शामिल किया गया है। आपको बता दें कि, इससे पहले 28 जून को डीआरडीओ ने ई पीढ़ी की ‘अग्नि’ श्रेणी की परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम एक बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया था। सतह से सतह पर मार करने वाली इस बैलिस्टिक मिसाइल की मारक 2000 किलोमीटर तक है। डीआरडीओ ने ओडिशा के तट पर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से ‘अग्नि पी’ का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।

साथ ही DRDO ने ट्वीट किया कि, ‘‘DRDO ने आज 21 जुलाई 2021 को ओडिशा के तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) से नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल (आकाश-एनजी) एक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। संपूर्ण हथियार प्रणाली के निर्दोष प्रदर्शन की पुष्टि पूर्ण रूप से की गई है। उड़ान डेटा।”