IPL 2025 : BCCI ने क्यों की वैभव सूर्यवंशी की हड्डियों की जांच? IPL 2025 के ऑक्शन में इस टीम ने बरसाया था पैसा

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IPL 2025 : आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में कई नए और होनहार क्रिकेटरों ने अपनी जगह बनाई, लेकिन बिहार के 13 वर्षीय खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। वह आईपीएल इतिहास के सबसे छोटे करोड़पति बन गए, जब राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.10 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया। यह खबर क्रिकेट जगत में तहलका मचाने वाली थी, क्योंकि 13 साल के खिलाड़ी का करोड़पति बनना एक असामान्य और रोमांचक घटना थी।

वैभव सूर्यवंशी की आईपीएल यात्रा और बोली का रोमांच

वैभव सूर्यवंशी के लिए आईपीएल ऑक्शन में बोली लगाने वाली टीमें वही थीं, जिन्होंने पहले उनके ट्रायल लिए थे। दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स जैसी टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली, लेकिन अंत में राजस्थान रॉयल्स ने 1.10 करोड़ रुपये में उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। यह बोली वैभव के लिए एक नई शुरुआत के रूप में देखी जा रही है, और अब उनकी क्रिकेट यात्रा में अगले बड़े कदम का इंतजार किया जा रहा है।

BCCI ने वैभव सूर्यवंशी की उम्र की जांच क्यों की?

वैभव की शारीरिक बनावट और कद के कारण उनकी उम्र को लेकर सवाल उठने लगे थे। यह सवाल और गहरा हो गया जब 2023 में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि वह 27 सितंबर 2023 तक 14 साल के हो जाएंगे। इस बयान से वैभव की वास्तविक उम्र को लेकर कंफ्यूजन पैदा हुआ। इस कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए बीसीसीआई ने उनकी बोन टेस्टिंग (हड्डियों की जांच) की।

बोन टेस्टिंग के जरिए बीसीसीआई ने उम्र का किया आकलन

वैभव सूर्यवंशी के कोच मनीष ओझा ने बताया कि बीसीसीआई को सर्टिफिकेट द्वारा दी गई उम्र से कोई फर्क नहीं पड़ता। बीसीसीआई खिलाड़ी का मेडिकल टेस्ट करवाती है, जिसमें बोन टेस्टिंग के माध्यम से उसकी असल उम्र का पता लगाया जाता है। मनीष ओझा ने बताया कि जब वैभव 9 साल के थे, तब उनकी बोन टेस्टिंग की गई थी, जिसमें उनकी उम्र 10 साल और 2 महीने के करीब आई थी, यानी वह अपनी वास्तविक उम्र से एक साल बड़े दिखे थे। इसके आधार पर, वैभव ने 2023 में जो अपनी उम्र बताई, वह बोन टेस्टिंग की उम्र के हिसाब से ही सही थी।

वैभव की शारीरिक बनावट और कोच का बयान

वैभव की शारीरिक बनावट ऐसी है कि वह अपनी उम्र से कुछ बड़े दिखते हैं, लेकिन उनके कोच मनीष ओझा ने बताया कि अगर आप उन्हें करीब से देखेंगे, तो आपको यह महसूस होगा कि उनकी मूंछें भी नहीं आई हैं, जो यह साबित करता है कि वह अपनी उम्र के हिसाब से पूरी तरह से युवा हैं। मनीष ओझा ने यह भी बताया कि जब वैभव साढ़े 8 साल के थे, तब से वह उन्हें कोचिंग दे रहे हैं, और उनकी शारीरिक फिटनेस और तकनीकी कौशल पर लगातार काम कर रहे हैं।

राजस्थान रॉयल्स का युवा खिलाड़ियों को बढ़ावा देने का इतिहास

वैभव सूर्यवंशी को राजस्थान रॉयल्स जैसी फ्रेंचाइजी का समर्थन मिलना एक बड़ी बात है। राजस्थान रॉयल्स ने हमेशा युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका दिया है। संजू सैमसन, यशस्वी जायसवाल और रियान पराग जैसे क्रिकेटर राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल में चमक चुके हैं। अब वैभव सूर्यवंशी के लिए भी यह मंच तैयार है, और उम्मीद जताई जा रही है कि वह आने वाले वर्षों में राजस्थान रॉयल्स के एक अहम खिलाड़ी बन सकते हैं।

वैभव सूर्यवंशी की कहानी आईपीएल के इतिहास में एक प्रेरणा बन सकती है। उनकी कम उम्र और खेलने की तकनीक के आधार पर, वह आने वाले समय में आईपीएल में अपनी पहचान बना सकते हैं। राजस्थान रॉयल्स जैसे क्लब से जुड़कर वह अपनी क्रिकेट यात्रा में एक नए अध्याय की शुरुआत करेंगे, और उम्मीद है कि वह भारतीय क्रिकेट को एक नया सितारा देंगे।