ज्योतिष में ग्रहों के सेनापति मंगल का महत्वपूर्ण स्थान होता है। ग्रह गोचर का अर्थ है ग्रहों का एक निश्चित समय के बाद राशि परिवर्तन करना। जब ग्रह राशि बदलते हैं, तो कई ग्रहों की युति बनती है, जिससे विभिन्न प्रकार के राजयोग का निर्माण होता है। इस नवंबर में दैत्यों के गुरु शुक्र धनु राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं, जबकि गुरु वृषभ में विराजमान हैं। यह स्थिति परिवर्तन राजयोग का निर्माण करेगी।
परिवर्तन राजयोग का विवरण:
वर्तमान में मन के कारक गुरु वृषभ राशि में हैं, जो शुक्र की स्व राशि भी है। शुक्र, जो वैभव, सौंदर्य और धन का दाता माना जाता है, 7 नवंबर को धनु राशि में प्रवेश करेगा और 28 दिसंबर तक वहीं रहेगा। चूंकि धनु गुरु की राशि है, इसलिए गुरु और शुक्र के बीच का यह संबंध परिवर्तन राजयोग का निर्माण करेगा, जो तीन राशियों के लिए विशेष रूप से शुभ साबित होगा।
राशियों पर परिवर्तन राजयोग का प्रभाव:
- मेष राशि:
- शुक्र और गुरु के प्रभाव से बने परिवर्तन राजयोग से मेष जातकों के लिए अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। विदेश में व्यापार कर रहे लोगों को मुनाफा हो सकता है। आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा और लंबे समय से रुके कार्य पूरे हो सकते हैं। करियर में भी सफलता मिलेगी, और नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति और वेतन वृद्धि का लाभ मिल सकता है।
- मिथुन राशि:
- यह राजयोग मिथुन जातकों के लिए भी लाभकारी साबित होगा। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और लव लाइफ में खुशियाँ बढ़ेंगी। स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतने की आवश्यकता है। दोस्तों और परिवार के साथ अच्छा समय बिताने का अवसर मिलेगा। नौकरी के कारण यात्रा के योग बन सकते हैं, और व्यापार में नए विचार लाने का समय है। शेयर मार्केट से जुड़े जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है।
- मकर राशि:
- मकर जातकों के लिए यह राजयोग वरदान साबित होगा। अध्यात्म की ओर रुचि बढ़ेगी, करियर में सफलता मिलेगी, और विदेश में नौकरी के अवसर भी मिल सकते हैं। व्यवसाय में मुनाफा होगा। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है, और आर्थिक मामलों में यह समय लाभकारी रहेगा। इस महीने निवेश से अच्छे लाभ की उम्मीद की जा सकती है, साथ ही पार्टनर के साथ रिश्तों में सामंजस्य बेहतर होगा।
परिवर्तन राजयोग की परिभाषा
ज्योतिष के अनुसार, परिवर्तन राजयोग तब बनता है जब ग्रहों के स्वामी भाव का संयुक्त आदान-प्रदान होता है। इसका अर्थ है कि जब दो ग्रह आपस में अपने-अपने भावों का आदान-प्रदान करते हैं, तो यह न केवल राशियों का आदान-प्रदान करता है, बल्कि ऊर्जा, प्रकृति और शक्ति का भी आदान-प्रदान करता है। जब ग्रह अपने-अपने भावों में होते हैं, तो यह जातक को सकारात्मक परिणाम देता है, और परिवर्तन योग में दोनों ग्रह एक समान व्यवहार करते हैं।
इस प्रकार, नवंबर में शुक्र और गुरु की स्थिति कई राशियों के लिए शुभ संयोग लेकर आ रही है, जो आर्थिक, पारिवारिक और करियर के क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी।