अखिलेश यादव के सामने यह साबित करने की चुनौती है कि लोकसभा चुनाव 2024 का परिणाम तुक्का नहीं था। वहीँ भाजपा विधानसभा चुनाव में लोकसभा चुनाव परिणाम का बदला लेने की तैयारी में है।
यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव लड़ने के लिए अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव का फॉर्मूला लागू कर दिया है। क्योंकि विधानसभा उपचुनाव बीजेपी और समाजवादी पार्टी के लिए साख का सवाल बन गया है। सपा और बीजेपी के साथ ही कांग्रेस, बसपा और आजाद समाज पार्टी का इस चुनाव में बहुत कुछ दाव पर लगा है।
सपा 37 सीटें जीतकर लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी तो बीजेपी को 33 सीटें मिलीं। कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत मिली तो बसपा का खाता नहीं खुला। ऐसे समाजवादी पार्टी के सामने यह साबित करने की चुनौती है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे तुक्का नहीं थे।वहीं बीजेपी की रणनीति उपचुनावों में लोकसभा में मिली हार का बदला लेने की है।