Neet Paper Leak के किंगपिन का बड़ा खुलासा, ‘घोटाले के पीछे…’

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By Srashti BisenPublished On: June 30, 2024

Neet Paper Leak Row: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले में पटना की बेउर जेल में बंद कई संदिग्धों से पूछताछ की। मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार , पूछताछ के दौरान कई आरोपियों ने संजीव मुखिया और सिकंदर यादवेंदु को मामले का कथित मास्टरमाइंड बताया।

NEET-UG पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड के रूप में पहचाने जाने वाले संजीव मुखिया बिहार के नालंदा जिले के एक सरकारी कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत थे। अधिकारियों के अनुसार, NEET-UG मामले की जांच का नेतृत्व कर रही सीबीआई मुखिया की सक्रियता से तलाश कर रही है।

अधिकारियों ने बताया कि मुखिया का नाम पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए सभी लोगों ने लिया था। उन्होंने मुखिया के गिरोह, जिसे मुखिया गिरोह के नाम से जाना जाता है, और रवि अत्री के नेतृत्व वाले एक अन्य समूह के बीच संबंध होने का भी संकेत दिया, जो पहले विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक में शामिल रहा है।

23 जून को सीबीआई ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा नीट-यूजी और यूजीसी-नेट परीक्षा आयोजित करने में कथित अनियमितताओं की जांच करते हुए एक आपराधिक मामला शुरू किया। मामले की गहन जांच के लिए एजेंसी ने विशेष टीमें गठित की हैं। सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार, 5 मई को आयोजित नीट (यूजी) 2024 परीक्षा के दौरान “छिटपुट घटनाएं” सामने आईं। यह परीक्षा 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर हुई, जिसमें विदेश के 14 शहर भी शामिल थे, जिसमें 23 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया था।

इस साल की राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (स्नातक) और नेट परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर एनटीए की आलोचना हो रही है। इसके परिणामस्वरूप देश भर में कई विरोध प्रदर्शन हुए और प्रदर्शनकारियों और राजनीतिक दलों ने एनटीए को भंग करने की मांग की। अभूतपूर्व रूप से 67 अभ्यर्थियों ने 720 में से 720 अंक प्राप्त किये, जिससे पूरे देश में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ।