इंदौर : समय पर बिजली सेवाएं उपलब्ध कराना ऊर्जा विभाग के साथ ही बिजली कंपनी की सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। मालवा निमाड़ यानि पश्चिम मप्र के सभी 135 नगरीय निकायों में तीन दिन के भीतर नए बिजली कनेक्शन प्राथमिकता के साथ प्रदान किए जाएंगे। इस मामले में किसी भी स्तर से लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) अमित तोमर ने ये निर्देश दिए। तोमर मंगलवार को कंपनी क्षेत्र की समीक्षा बैठक में संबोधित कर रहे थे। मालवा निमाड़ 15 जिलों के 90 बिजली इंजीनियरों से उन्होंने आह्वान किया कि बिजली सेवाएं समय सीमा में दे, चाहे मीटर बदलना हो, नए कनेक्शन, ट्रांसफार्मर में खराबी, बिल सुधार, वोल्टेज समस्या या फिर किसान से जुड़ी कोई दिक्कत हो।
तोमर ने कहा कि प्रत्येक अधिकारी स्वयं के कार्यक्षेत्र का स्वयं आंकलन करे और गुणोत्तर सुधार लाकर प्रदर्शन बेहतर करने में जुट जाए। तोमर ने कहा कि स्मार्ट मीटर स्थापना वाले नगरीय क्षेत्रों में उपभोक्ता संतुष्टि अन्य इलाकों से ज्यादा दिखाई देनी चाहिए। वहां शिकायतें भी तुलनात्मक रूप से कम आए। तोमर ने कहा कि जोन से बिल सुधार की प्रक्रिया अंतरकार्यालयीन रूप से वर्चुअल आना चाहिए, डीई और एसई बगैर फाइल के सिस्टम में सभी जानकारी वर्चुअल देखकर अनुमोदन देकर कार्य त्वरित कर सकते हैं।
इससे उपभोक्ता संतुष्टि में इजाफा होगा। तोमर ने किसानों से बिल के अंशदान वसूली, अस्थाई कनेक्शन एवं अस्थाई से स्थाई कनेक्शन की प्रक्रिया समय पर पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। तोमर ने अधीक्षण यंत्री आरसी जैन के विशेष प्रयास से कृषि क्षेत्र में पारदर्शी प्रक्रिया के तहत ट्रांसफार्मर की विशेष इंडेक्सिंग करने एवं इससे उपभोक्ता, बिजली कंपनी हित में परिणाम लाने पर प्रसन्नता जताई।
एमडी तोमर ने ट्रांसफार्मर फेल रेट घटाने, राजस्व समय पर एकत्र करने, वित्तीय वर्ष के अंतिम माह के लिए दैनिक लक्ष्य पूर्ति, एलआरयू के कार्य, सीएम हेल्प लाइन, विभागीय जांच, मीटरीकरण, रूफ टॉप सोलर नेट मीटर, विजिलेंस प्रकरण एवं वसूली, अवैध कॉलोनी में नियमानुसार विद्युतीकरण आदि की भी समीक्षा की। तोमर ने बड़े निकायों जैसे इंदौर, उज्जैन, रतलाम में रूफ टॉप सोलर नेट मीटर से ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ताओं को जोड़ने का आह्वान भी किया। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य, निदेशक पुनीत दुबे, सचिन तालेवार, कार्यपालक निदेशक गजरा मेहता, मुख्य अभियंता एसआर बमनके, रवि मिश्रा, इंदौर शहर अधीक्षण यंत्री मनोज शर्मा, इंदौर ग्रामीण अधीक्षण यंत्री सुधीर आचार्य आदि ने विचार रखे।