इंदौर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस.सैत्या ने बताया कि वर्तमान में बदलते मौसम एवं आगामी त्योहारों को देखते हुए आईएलआई एवं एसएआरआई के लक्षणों वाले मरीजों के बढ़ने की संभावना होती है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन में दिए निर्देशानुसार SARS cov2:JN-1 वैरिएंट यू.एस.ए., चाइना, सिंगापुर एवं भारत में रिपोर्ट हुए है। भारत में 79 महिलाओं में अत्यंत हल्के लक्षणों के साथ मिला है। इसके सामान्य लक्षण कोविड-19 के जैसे ही है, इसके प्रसार की तीव्रता के कोई संकेत नहीं हैं। अभी के समय में ऐसे कोई प्रमाण नहीं है कि इसके प्रसार के संकेत मिल रहे या स्वास्थ्य को काई खतरा है। आरटीपीसीआर टेस्ट ही जन स्वास्थ्य के लिए प्रभावी है।
आम जनता से अपील गई है कि वे कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इस संक्रमण से बचे। हाथ बार-बार धोएं, सावर्जनिक स्थानों पर मास्क का प्रयोग करें, खांसते-छीकते समय मुँह पर हाथ रखे, यदि किसी को भी आईएलआई एवं एसएआरआई के लक्षण दिखाई देते हैं, तो वे अपनी जाँच निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र में करवाएं।