IMD Rainfall Alert Today: देश के मौसम में लगातार बदलाव का दौर जारी हैं। जहां दिल्ली-NCR में भीषण सर्दी का अनुभव होने लगा है। जिस पर ठंडी हवाओं के चलते बिहार और उत्तर प्रदेश में टेंपरेचर में अत्यधिक कमी देखने को मिल रही है। जहां दिल्ली का आज कम से कम टेंपरेचर 10 डिग्री सेल्सियस और सर्वाधिक पारा 23 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अंदेशा भी जारी कर दिया गया है। वहीं, अगले 2 दिनों के बीच केरल, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मौसम कार्यालय ने वर्षा के साथ साथ ओलावृष्टि के भी आसार जताए गए है।
मौसम कार्यालय के अनुसार, 12 दिसंबर को असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के भिन्न भिन्न भागों में प्रभात के वक्त भयंकर घना कोहरा डेरा डाले रहने की आशंका जताई गई हैं। इधर अगले 2 दिनों के बीच मध्य भारत के कुछ भागों के कम से कम टेंपरेचर में तकरीबन 2-3 डिग्री सेल्सियस पारे में कमी आने की आशंका जताई गई है।
भारत मौसम विज्ञान कार्यालय (IMD) ने अगले कुछ दिनों के लिए देश के प्रत्येक भागों के लिए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर दी गई है। इधर नेशनल कैपिटल राजधानी दिल्ली और इसके अड़ोस पड़ोस के क्षेत्रों में सर्दी काफी ज्यादा बढ़ गई है, जहां इतवार को मौसम की अत्यंत ठंडी प्रभात साबित हुई। दिल्ली-NCR का अधिक से अधिक टेंपरेचर 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मौसम के औसत से एक डिग्री अत्यंत कम है। वहीं IMD के मुताबिक देश के कुछ स्थानों पर मामूली से भारी बारिश होने की आशंका जताई जमाई है। यहां आगामी दिनों में केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के भिन्न भिन्न भागों पर गरज के साथ वर्षा, आकाशीय बिजली गिरने और तीव्र हवाएं चलने की आशंका व्यक्त की गई है। इस दौरान, एक फ्रेश, और दुर्बल वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के सोमवार से पश्चिमी हिमालय इलाके को प्रभशील करने की आशंका जाहिर कर दी गई है।
इससे अगले कुछ दिनों के बीच जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ एक जगहों पर वर्षा या स्नोफॉल हो सकता है। जिसके बाद IMD ने 12 दिसंबर से उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के दूसरे दूसरे जगहों के लिए ओलावृष्टि की भविष्यवाणी भी जारी कर दी गई है। जिस पर ओलावृष्टि से ग्रसित जगहों में खेती, फसल को भारी क्षति पहुंच सकती है। इसके अतिरिक्त, उत्तरी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और असम और मेघालय के भिन्न भिन्न भागों में प्रभात के वक्त घना कोहरा छाए रहने का अंदेशा व्यक्त कर दिया गया है।
यहां कोहरे के चलते विजिबिलिटी बेहद अल्प हो सकती है और इन इलाकों में रोड़, रेल और एयर लाइन्स भी प्रभावशील हो सकता है। IMD ने अगले 2 दिनों के मध्य और पूर्वी भारत में कम से कम पारे में तकरीबन 2-3 डिग्री सेल्सियस के क्रमानुसार भारी कमी का भी अंदेशा जताया गया है और उसके बाद कोई बहुत अहम परिवर्तन नहीं देखा जाएगा। अगले 4 से 5 दिनों के साथ ही देश के बचे अन्य शेष भागों में कम से कम पारा घट सकता हैं।
पूर्वोत्तर मानसून का कम से ज्यादा वक्त गुजर चुका है। वहीं दक्षिण प्रायद्वीप में अभी भी 15% वर्षा की कमी है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक कम वृष्टि की केटेगरी में रखा गया हैं। तमिलनाडु, पुडुचेरी और लक्षद्वीप सामान्य वर्षा की केटेगरी में हैं। जहां केरल के साथ-साथ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भी ज्यादा वर्षा वाले ग्रुप में हैं। आज के मौसम की बात करें तो स्काईमेट वेदर की जानकारी के अनुसार तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में मामूली से मध्यम वर्षा के साथ कुछ जगहों पर भारी वर्षा का प्रभाव देखा जा सकता है।
इधर तटीय कर्नाटक और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में अत्यंत कम से भयंकर तीव्र वर्षा के आसार जताए गए है। जहां पूर्वोत्तर भारत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और आंध्र प्रदेश में एक या दो जगहों पर सामान्य वृष्टि का दौर देखा जा सकता है। पूर्वी उत्तर प्रदेश बिहार और पूर्वोत्तर भारत में भारी से घना कोहरा मंडरा सकता है।