इंदौर(Indore) : नगर निगम के एमआईसी सदस्यों को कौन सा कमाऊ विभाग मिलेगा। इसका फैसला आज कल में हो जाएगा। सबसे ज्यादा कमाऊ विभाग जलकार्य है। जिसमें सड़क से लेकर पुल, पुलिया और ब्रिज बनाने का काम होता है। पेवर ब्लॉक बदलने का खेल भी सबसे ज्यादा इसी विभाग के जरिए होता है। एमआईसी सदस्यों में सबसे ज्यादा सीनियर राजेंद्र राठौर हैं। जो पहले स्वास्थ विभाग में रह चुके हैं, इसलिए इस बार उनका जोर जनकार्य विभाग पर रहेगा।
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अश्विनी शुक्ला को जल या स्वास्थ विभाग मिल सकता है। निरंजन सिंह चौहान की पत्नी जल विभाग संभाल चुकी है। इसलिए उनको फिर से यह विभाग मिल सकता है। वैसे उनका जोर स्वास्थ्य या राजस्व विभाग को लेकर रहेगा। राजेश उदावत को भी महत्वपूर्ण विभाग सौंपा जा सकता है। इसके अलावा अभिषेक शर्मा को भी खास विभाग मिलने की उम्मीद है। बाकी विभाग नंदकिशोर पहाड़िया, मनीष शर्मा, जितेंद्र यादव, राकेश जैन और प्रिया डांगी को मिल जाएंगे।
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डांगी को तो पेंशन वाला विभाग मिल सकता है। जिस तरह से एमआईसी को लेकर विधायक और नेताओं में उठापटक हुई उसी तरह से विभागों के बंटवारे को लेकर भी विवाद होंगे। हालांकि इसका फैसला मेयर पुष्यमित्र भार्गव करेंगे। आज या कल में ही विभागों का फैसला होने वाला है, क्योंकि अगले हफ्ते एमआईसी की बैठक होने वाली है। विभागों के बंटवारे के बाद एमआईसी मेंबरों में दफ्तर को लेकर भी उठापटक चलेगी। कौन कहां बैठेगा और कौन अपने दफ्तर को सजाने पर लाखों रुपए खर्च करेगा। इसकी होड़ मचेगी। सभी एमआईसी मेंबर को कार भी मिलना है। एमआईसी के विभागों के बंटवारे के बाद सबकी सबके विभाग की अलग-अलग कमेटियां बनेगी।जिसमें पार्षदों को शामिल किया जाएगा। उसको लेकर भी विधायकों से नाम लिए जाएंगे। वैसे एमआईसी मेयर भार्गव के लिए ठीक बनी है क्योंकि इसमें झगड़ालू पार्षद नहीं है।