जैसा कि हम जानते है, इंदौर शहर में सेफ़ सिटी अभियान चल रहा है, जिसमें महिलाओं और समाज को जागरूक करने के लिए मार्शल आर्ट एवं कराटे द्वारा सेल्फ़ डिफेंस परीक्षण दिए जा रहें है,जो कि एक खेल कला का भाग है,यह कला महिलाओं को बड़े स्तर पर रोज़गार एवं कॉन्फिडेंस दिला रही है,परन्तु आत्मरक्षा के लिये महिलाओं को नैचरल थेरेपी एवं सरल भाषा में सिखाना अनिवार्य है, क्यूंकि आम नारी साड़ी पहनती है,और मीडिया उसे बेबस और अबला की उपाधि देता है,और उससे भी बड़ा खतरा यह है कि मीडिया ने महिलाओं को दुर्घटना के दौरान छोड़ो और बचाओ बोलकर पीठ में मारने और चिल्लाना सिखा दिया है।
उसी सोच में बदलाव लाने के लिए हमारी संस्था ने सेल्फ़ डिफेंस नेचरल 8 स्टेप्स स्टंट्स बनाए है।
सेल्फ़ डिफेंस ट्रेनिंग देने से पहले ये जानना ज़रूरी है कि अटैक कैसे और किन अंगों पे किया जाता है:-
पहला हाथ पे,
दूसरा बाल पे,
तीसरा गले पे,
चौथा जांग पे,
अगर महिला रेप से बचने के लिए क्रॉस लेग कर लेती है, उसका रेप नही हो सकता,जिसके बचाव में महिला मार खाती है और मार की चोट से अपनी आत्मशक्ति खो देती है।
इस अज्ञानता को दूर करने के लिए सँस्था आपकी मुस्कान जन जागृति समिति द्वारा चलाई जा रही है मारो और भागो योजना जिसमें सँस्था ने महिलाओं नुक्कड़ नाटक मंडली द्वारा परीक्षण देना शुरू किया है।
सँस्था सचिव शालिनी रमानी ने बताया इस नाटक में एक युवती के साथ छेड़ खानी में एक युवक ने हाथ पकड़ा जिसका बचाव कर जैसे तैसे युवती घर भागी,फिर उसकी सहेलीयों द्वारा दिलवाई गयी आत्मरक्षा सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग,नाटक के माध्यम से सभी अतिथियों को बताये गए दुर्घटना को रोकने और बचने के तरीके।