अपने अंतिम समय में अभिनेता सतीश कौशिक ने क्यों कहा, मुझे बचा लो, मैं मरना नहीं चाहता

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बॉलीवुड इंडस्ट्री के दिवंगत अभिनेता सतीश कौशिक का अभी हाल ही में निधन हो गया है। अपनी जिंदगी के आखिरी पलों में वह दिल्ली में मौजूद थे। वह होली खेलने के लिए अपने दोस्तों के पास गए हुए थे। इस बीच सतीश कौशिक के साथ उनके मैनेजर संतोष राय भी मौजूद थे। ऐसे में संतोष राय ने बताया है कि दिवंगत अभिनेता अपने आखिरी समय में क्या कह रहे थे। मैनेजर के मुताबिक सतीश कौशिक उनसे आखिरी समय में कह रहे थे कि उनकी जान बचा लो, वह मरना नहीं चाहते हैं।

Satish Kaushiks Last Words Mujhe Bacha Lo, Main Marna Nahin Chahta | Satish Kaushik Last Words: मौत से पहले ये थे सतीश कौशिक के आखिरी शब्द, 'मैं मरना नहीं चाहता, मुझे बचा

इस बात का स्पष्टीकरण संतोष राय ने अपनी अंग्रेजी वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए किया है। उन्होंने कहा, ‘निधन से एक दिन पहले रात 11 बजे उन्होंने मुझे फोन किया और कहा कि संतोष, आ जाओ, मुझे अपना वाईफाई पासवर्ड ठीक करने की आवश्यकता है क्योंकि मैं एडिटिंग के उद्देश्य से ‘कागज 2′ (कौशिक के निर्देशन में बनी फिल्म जिसकी शूटिंग पूरी हो चुकी है) देखना चाहता हूं। उन्होंने रात 11:30 बजे फिल्म देखना शुरू किया और मैं वापस अपने कमरे में चला गया।’

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संतोष राय ने आगे कहा, ‘लगभग 12:05 बजे वह जोर-जोर से मेरा नाम चिल्लाने लगे। मैं दौड़ता हुआ आया और उनसे पूछा कि क्या हुआ सर? क्यों चिल्ला रहे हो? फिर उन्होंने मुझसे कहा कि सुनो, मुझे सांस लेने में काफी समस्या हो रही है। मुझे डॉक्टर के पास ले चलो। तुरंत, मैं और वह कार की तरफ गए और वह बैठ गए। उनके ड्राइवर और बॉडीगार्ड भी हमारे साथ थे। उनके पास हमेशा एक ड्राइवर 24 घंटे मौजूद रहता था। जैसे ही हम चले और थोड़ा आगे बढ़े, उनके सीने में दर्द बढ़ गया और उन्होंने कहा कि जल्दी चलो अस्पताल।’

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दिवंगत नेएक्टर के मैनेजर ने आगे कहा, ‘फिर, उन्होंने अपना सिर मेरे कंधे पर रखा और कहा कि संतोष, मैं मरना नहीं चाहता, मुझे बचा लो। हम आठ मिनट में अस्पताल (फोर्टिस अस्पताल) पहुंच गए क्योंकि शायद होली की वजह से सड़क खाली थी, लेकिन जब तक हम अस्पताल में एंटर हुए, वह बेहोश हो चुके थे। उन्होंने रिएक्शन देना बंद कर दिया था। फिर मैंने उन्हें हिलाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन वह नहीं हिले। मुझे लगा ही नहीं कि अब वह हमारे बीच नहीं रहे क्योंकि वह अक्सर कार में मेरे कंधे पर सिर रखकर सो जाते थे।’ इसके अतिरिक्त उन्होंने और ढेर सारी बातें भी बताई।