पहाड़ी क्षेत्रों में भीषण बर्फ़बारी का दौर जारी है. और मैदानी क्षेत्रों में सर्दी से चैन की सांस मिली हैं. लेकिन अब शीघ्र ही एक बार फिर से मौसम बिगड़ने वाला हैं. मौसम विशेषज्ञों के पूर्वानुमान के अनुसार दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा काफी परेशानियां बढ़ाने वाली हैं. वहीं अब उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों को शीतलहर से राहत मिल गई है. वहीं, पहाड़ों पर भारी बर्फबारी का दौर शुरू होने के साथ ही पर्यटक बड़ी मात्रा में बर्फ का लुत्फ उठाने के लिए पहुंच रहे हैं. मौसम विभाग की मानें तो 25 से लेकर 26 जनवरी के पूर्व तक मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती हैं.
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पहाड़ों की रानी शिमला सहित कुफरी, फागू, नारकंडा, खड़ा पत्थर, चौपाल में बर्फबारी का सिलसिला जारी है. ताजा बर्फबारी के बाद टेम्परेचर में भी बड़ी कमी आई हैं. शिमला का अतिसूक्ष्म टेम्परेचर जीरो के नजदीक बना हुआ है. जिससे फिलहाल मौसम का मिजाज बदला हुआ हैं . जिसका प्रभाव आने वाली 26 जनवरी तक देखने को मिलेगा. दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के सक्रिय होने की वजह से मौसम का मिजाज बदला है.
मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को मद्देनज़र रखते हुए 24 और 25 जनवरी को जिलाधिकारी नैनताल धीरज सिंह गब्र्याल ने तमाम अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश के साथ ही इलाकों में तैनात तमाम अधीनस्थ कार्मिकों व संसाधनों को भी सतर्क रहने के उपदेश दिए गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि नैनीताल जनपद में पहाड़ी क्षेत्रों में भीषण बर्फ़बारी और बारिश को दृष्टि में रखते हुए पेड़ों के गिरने से ट्रैफिक सिस्टम बिगड़ेगा जिसके चलते पेड़ों के तुरंत निस्तारण के साथ अलर्टनेस बनाने के भी आदेश दिए गए हैं.
उन्होंने कहा हैं कि जिला/ परगना/ विकासखंड एवं सम्बंधित क्षेत्र में अधिकारियों को विभिन्न इलाकों पर बने मुख्यालयों पर रहने के लिए अपने मोबाइल फ़ोन को भी ऑन रखने के आर्डर दिए हैं।
प्रत्येक घंटे की आपदा सम्बंदि इनफार्मेशन तहसील कंट्रोल रूम एवं जिला आपातकालीन परिचालन सेंटर को 05942231178/231179 और ट्रोल फ्री नंबर (1077) पर जरुरी रूप से इनफार्मेशन देना सुनिश्चित करें।