मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास से तीन दिवसीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान (12 से 14 अक्टूबर) की शुरुआत की। उन्होंने बच्चों को पोलियो रोधी दवा की दो बूंदें पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दो बूंदों से बच्चों को जीवनभर सुरक्षा मिलती है और यह एक स्वस्थ, सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र की नींव रखती हैं। उन्होंने सभी अभिभावकों से अनुरोध किया कि कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रहे। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पोलियो जैसी बीमारी बच्चे को जीवनभर पर आश्रित बना सकती है, इसलिए इसे पूरी तरह समाप्त करना हम सभी का कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के 18 चयनित जिलों में कुल 39 लाख 19 हजार से अधिक बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई जाएगी। इसके लिए 64 हजार से अधिक वैक्सीनेटर्स तैनात किए गए हैं और 24 हजार पल्स पोलियो बूथ बनाए गए हैं। अभियान के दौरान घर-घर जाकर भी दवा पिलाई जाएगी, ताकि कोई बच्चा छूट न जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वस्थ और सशक्त भारत’ के लक्ष्य को मध्य प्रदेश पूरी प्रतिबद्धता के साथ साकार कर रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि जनसहभागिता इस अभियान की सबसे बड़ी ताकत है और यदि प्रत्येक परिवार सहयोग करेगा, तो जल्द ही प्रदेश पूरी तरह पोलियो मुक्त बन जाएगा। यह अभियान अनूपपुर, बैतूल, भिंड, भोपाल, छिंदवाड़ा, दतिया, देवास, ग्वालियर, नर्मदापुरम, जबलपुर, कटनी, खंडवा, खरगोन, मंडला, मंदसौर, मुरैना, नरसिंहपुर और नीमच जिलों में चलाया जा रहा है।