मध्य प्रदेश को बनाएंगे देश का सर्वाधिक निर्यात करने वाला राज्य

srashti
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केंद्र सरकार के उद्योग और व्यापार मंत्रालय के अंतर्गत डिपार्टमेंट जनरल आफ फॉरेन ट्रेड के सहयोग से आयोजित एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल की कार्यशाला में उद्योगपति और निर्यातक बड़ी संख्या में शामिल हुए l मध्य प्रदेश के बदलते हुए औद्योगिक परिदृश्य के बारे में बोलते हुए ग्लोबल फॉर्म फॉर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के अध्यक्ष दीपक भंडारी ने बताया कि हमारा अध्याय है कि हम मध्य प्रदेश को भारत के सर्वाधिक निर्यात करने वाले प्रदेशों में से एक बनाएं और इसी परिपेक्ष में यह प्रयास निरंतर जारी है l

पिछले वर्षों में भी इस प्रकार की कई इवेंट हमारी संस्था के द्वारा आयोजित की जा चुकी है और आने वाले समय में भी इस प्रकार के और आयोजन होंगे क्योंकि हम मध्य प्रदेश को देश के निर्यात में एक अहम राज्य के रूप में दर्जा दिलाना चाहते हैं l हमारी कोशिश यही है कि ज्यादा से ज्यादा सूक्ष्म माध्यम लघु कुटीर एवं ग्रामीण उद्यमियों तक यह जानकारी पहुंचे और वह उसे अपने उद्योगों पर लागू करें अपने व्यवसाय को भी उन्नतिशील बनाएं तथा देश के निर्यात को बढ़ाकर विदेशी मुद्रा कोष में वृद्धि करें l

AIMP के अध्यक्ष योगेश मेहता ने कहा कि महाराष्ट्र गुजरात एवं तमिलनाडु सर्वाधिक निर्यात करने वाले राज्य हैं l मध्य प्रदेश में जब तक उद्योगपतियों को जानकारी नहीं होगी वह कार्यशील नहीं हो पाएंगे l हम संगठन के माध्यम से और हमारे चेंबर के परिसर में इस प्रकार की कार्यशालाएं करवा के एवं विदेशी डेलिगेट्स को बुलवाकर उद्योगपतियों से मिलवाते हैं l हम सभी को मिलकर प्रयत्न करने होंगे की मध्य प्रदेश का निर्यात आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़े l यदि हम देवास और पीथमपुर की हैवी इंडस्ट्रीज को इंदौर के आयात निर्यात से जोड़ दें तो यहां आंकड़ा कई गुना बढ़ जाएगा किंतु यहां भी विडंबना है कि उन सभी कंपनियों के ऑफिस मुंबई दिल्ली कोलकाता या चेन्नई जैसे शहरों में है तो उनका निर्यात उन राज्यों में अकाउंट किया जाता है l

लघु उद्योग भारती की कार्यकारिणी सदस्य शिवनारायण शर्मा जी ने कहा भारत इतिहास में सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट करने वाला देश हुआ करता था किंतु आजादी के बाद उसका स्थान विश्व में बहुत नीचे आ गया l लेकिन अब हम सब अपने पुरुषार्थ से देश को फिर वही गरिमा और गौरव दिलाएंगे ऐसा मेरा व्यक्तिगत दृढ़ संकल्प भी है l मेरी आप सभी से विनती है कि अपने बच्चों को विदेशी कंपनियों में काम ना करने दे बल्कि अपने व्यवसाय से जोड़ें ताकि वे देश के निर्माण में अपने परिवार के साथ मिलकर औद्योगिक विकास में सहयोग दे सकें l

मुख्य अतिथि के रूप में एमएसएमई के असिस्टेंट डायरेक्टर निलेश त्रिवेदी जी ने एमएसएमई से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी एवं डिपार्टमेंट जनरल आफ फॉरेन ट्रेड की असिस्टेंट डायरेक्टर श्रीमती हेमा नेगी जी ने भारत सरकार के आयत निर्यात विभाग की योजनाओं की जानकारी दी l एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल की ओर से रीजनल डायरेक्टर H C नदीगर एवं असिस्टेंट डायरेक्टर मुकेश संतानी ने योजनाओं के बारे में बताया l हरिओम रावत जी ने रिजर्व बैंक आफ इंडिया के द्वारा निर्यातकों को प्रदान की गई सुविधाओं के बारे में जानकारी दी l