अर्थराइटिस यानि की गठिया रोग जोड़ो के लिए काफी खतरनाक होता है उसी तरह गाउट भी जोड़ों से जुड़ी एक गंभीर समस्या है,इस रोग में आपके जोड़ों में सूजन, गंभीर दर्द होता है। गाउट की समस्या तब होती है, जब आपके खून में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। गाउट का दर्द इतना भयंकर होता है कि आपके चलना-फिरना यहां तक उठना-बैठना मुश्किल हो सकता है। एक नए अध्ययन में पता चला है कि गाउट की वजह से आपको हार्ट अटैक और स्ट्रोक का भी खतरा है।
क्या है गाउट
गाउट एक ऐसी दर्दनाक बीमारी है, जो आपके खून में यूरिक एसिड लेवल बढ़ने पर होती है। दरअसल जब यूरिक एसिड लेवल ज्यादा होता है, तो यह पदार्थ छोटे क्रिस्टल बना सकता है जो जोड़ों में जमा हो जाते हैं, जिससे जोड़ों में दर्द होता है।
ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का भी खतरा
यूरिक एसिड लेवल बढ़ने के कई और गंभीर नुकसान हैं। कई शोधों ने पाया गया है कि हाई यूरिक एसिड लेवल की वजह से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का भी जोखिम है, जो हार्ट अटैक और स्ट्रोक के दो प्रमुख कारण हैं।
किडनी स्टोन का खतरा
यूरिक एसिड के क्रिस्टल किडनी में भी जमा हो सकते हैं, जिससे किडनी में पथरी हो सकती है। इससे स्यूडोगाउट का भी खतरा होता है, यह ऐसी स्थिति है, जिसमें कैल्शियम के क्रिस्टल जोड़ों में जमा हो जाते हैं।
इससे बचने के उपाए
गाउट या यूरिक एसिड से बचने के लिए हेल्दी डाइट लें जिसमें प्यूरीन कम हो। हाइड्रेटेड रहें और खूब पानी पिएं। शराब से तौबा कर लें। वजन कम करें यदि आपका अधिक वजन है।प्लांट बेस्ड फूड खाएं जैसे फल-सब्जियां। मैदा से बचें और साबुत अनाज का अधिक सेवन करें। सैचुरेटेड फैट जैसे लाल मांस का कम सेवन करें। इसके बजाय चिकन, टर्की, मछली और टोफू का सेवन करें। कैल्शियम से भरपूर चीजें खाने से गाउट अटैक को कम करने में मदद मिल सकती है। विटामिन सी यूरिक एसिड लेवल को कम कर सकता है। गाउट से पीड़ित लोगों को अपने आहार में खट्टे फल जैसे स्ट्रॉबेरी और मिर्च शामिल करने चाहिए।