हमारे देश और संस्कृति का सबसे बड़ा त्यौहार दीपावली, धनतेरस (Dhanteras) के दिन से प्रारम्भ माना जाता है। इस वर्ष धनतेरस कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि शनिवार, 22 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 03 मिनट पर शुरू होकर 23 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 04 मिनट तक जारी रहेगी। , जबकि दीपावली का त्यौहार 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। धनतेरस पर जहां माता लक्ष्मी के साथ ही धन के देवता कुबेर का पूजन अर्चन किया जाता है, वहीं इस दिन गृह उपयोगी वस्तुएं, नवीन वस्त्र, वाहन और आभूषण की खरीदारी की परम्परा भी हमारे देश में विशेष तौर पर देखने को मिलती है।
बाजारों में होती है विशेष भीड़
धनतेरस के दिन देश के विभिन्न राज्यों के लगभग सभी इलाकों में स्थानीय बाजारों में विशेष रौनक रहती है। सराफा बाजार, बर्तन बाजार और कपड़ा बाजार में इस दौरान व्यापारी वर्गों के सयुंक्त तत्वाधान में बाजारों में विशेष रौशनी और सजावट की व्यवस्थाएं भी की जाती हैं। इस दिन खरीदारी को हमारे सत्य सनातन धर्म में बहुत ही शुभ माना जाता है, इसलिए इस दिन बड़ी संख्या में हमारे देश के नागरिक और ग्रामीण खरीदारी करना पसंद करते हैं।
धनतेरस को इस समय रहेगा राहुकाल
ऊपर स्पष्ट किया गया है कि इस वर्ष धनतेरस कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि शनिवार, 22 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 03 मिनट पर शुरू होकर 23 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 04 मिनट तक जारी रहेगी। भारतीय पंचांग के अनुसार, 23 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 19 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 44 मिनट तक राहुकाल रहेगा। इस राहुकाल के दौरान खरीदारी करना शुभ ना होकर अपितु अशुभ फल देने वाली हो सकती है, इसलिए इस दौरान खरीदारी से बचने की सलाह भारतीय पंचाग के द्वारा दी जाती है। अन्य समय में जमकर खरीदारी कर सकते हैं, जोकि पूरी तरह से शुभ फल दायक सिद्ध होगी।