उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर लगातार बरस रहा है। सभी नदियां खतरे के निशान से कई गुना ज्यादा ऊपर बह रही है। इस बारिश के चलते कई लोगों ने अपनी जान गवा दी है। जिसमें लगभग 14 लोग शामिल थे। बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित मिर्जापुर जिला है। इस बारिश में बाढ़ के चलते लगातार जल स्तर बढ़ रहा है। जल का स्तर फिलहाल लाल निशान के ऊपर चल रहा है जो कि 75.28 मीटर ऊपर है।
प्रयागराज में यमुना पहुंची खतरे के निशान
प्रयागराज में भी बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। यहां पर यमुना खतरे के निशान से 84.72 मीटर से 1.9 मीटर और प्रयागराज के ही छदनाग क्षेत्र में खतरे के निशान से 84.374 मीटर से 58 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। पूर्वांचल में वाराणसी गाजीपुर क्षेत्र में बहने वाली नदियां और इसके साथ लखनऊ मंडल के लखीमपुर खीरी के पलिया में शारदा खतरे के निशान से कई गुना ज्यादा ऊपर चल रही है। जल का स्तर लगातार बढ़ता नजर आ रहा है।
कई लोगों की हुई मौत
बारिश के इस शहर के चलते बड़े हादसे में चित्रकूट में कई लोगों की जान गई। इसमें एक बच्चे समय दो महोबा में दो और उन्नाव में एक बच्ची की जान चली गई प्रयागराज के फाफामऊ में तीन और बमरौली एयरपोर्ट के पास दो लोग डूब गए। इसके अलावा बिजनौर में दो सीतापुर में एक और मुरादाबाद में एक व्यक्ति की जान चली गई। इस बाढ़ में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई।
लंच पैक किए जा रहे वितरित
इस बाढ़ के चलते बांदा में पैलानी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित सभी क्षेत्रों में मंगलवार को प्रशासन ने तहसीलदार के जरिए लंच पैकेट वितरण करवाएं। एडीएम पैलानी अंकित वर्मा ने बताया कि अब तक पीड़ितों को 300 राहत किट वितरण किए गए। जिससे कि उनकी मदद हो सके।