महाकाल मंदिर के गर्भगृह में कथावाचक ने परिवार सहित की पूजा, फिर टूटा प्रोटोकॉल

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By Kalash TiwaryPublished On: August 5, 2025
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उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में एक बार फिर से प्रोटोकॉल की उल्लंघन का मामला सामने आया है। दरअसल प्रसिद्ध कथावाचक डॉ. पुंडरिक गोस्वामी महाराज ने अपने परिवार के साथ गर्भगृह में प्रवेश कर पूजा अर्चना की है। जिसके बाद फिर से वीआईपी कल्चर की चर्चा तेज हो गई है।

यह बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने गर्भगृह में पूरा पूजन अनुष्ठान भी किया। डॉ. पुंडरिक गोस्वामी महाराज की एंट्री वीआईपी श्रेणी में हुई है लेकिन महाकाल मंदिर में गर्भगृह में सामूहिक या पारिवारिक प्रवेश पर प्रतिबंध है। यह अनुमति किसी विशेष परिस्थिति में ही मिलती है।

इस घटना के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कई श्रद्धालुओं को कहना है कि जब आम भक्तों को महज कुछ सेकंड के लिए दर्शन की अनुमति दी जाती है तो कथा वाचकों और वीआईपी मेहमानों को नियम में छूट क्यों दी जाती है?

आईए जानते हैं क्या कहता है महाकाल मंदिर का प्रोटोकॉल

महाकाल मंदिर समिति द्वारा निर्धारित नियम के अनुसार गर्भगृह में एक समय में केवल एक व्यक्ति को ही प्रवेश की अनुमति होती है। विशेष वीआईपी या धार्मिक व्यक्तियों को अनुमति के लिए समिति की पूर्व स्वीकृति अनिवार्य होती है। परिवार के साथ या सामूहिक प्रवेश प्रतिबंधित है, जब तक की राज्य शासन यासमिति द्वारा विशेष आदेश न दिया जाए।

इस मामले को लेकर मंदिर प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक घटना की प्राथमिक जांच की जा रही है और यदि नियमों का उल्लंघन पाया गया तो समिति आवश्यक कार्रवाई करेगी।

इस घटना ने आम श्रद्धालुओं के मन में एक बार फिर से वीआईपी कल्चर पर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि मंदिर में सब समान होना चाहिए। फिर चाहे वह कोई कथावाचक हो या फिर आम नागरिक। ऐसे में जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई पूरी की जाएगी।