भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी शिवम वर्मा द्वारा आमजन की त्वरित मदद का भाव कर रहा सभी को प्रभावित

Share on:

आमजन की समस्याओं का समाधान हो, वह भी बड़े ही सहज भाव से तो आमजन एक आस भरी मनुहार लेकर संबंधित के पास पहुंचता है। ऐसे में समस्या को पूरी सहजता, सहनशीलता और गंभीरता से लेकर उनके निराकरण की सकारात्मक पहल अनायास ही आवेदक को ऐसे अधिकारी के प्रति अपना बनाने को सहज कर देती है। जो जन चर्चा बन जाती है। ऐसा ही कुछ नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा की सहृदयता इन दिनों चर्चा में है। वह जनसुनवाई में आने वालों की समस्या को पूरे मनोभाव से सुनकर उनके निराकरण हेतु त्वरित और सकारात्मक प्रयास करते है। उनका बुजुर्ग, दिव्यांग सहित अन्य आवेदकों को सम्मान देना सभी को बडा रास आ रहा है। उनके पास समस्या के समाधान की गुहार लेकर आने वाले जाते समय संतुष्टि के भाव से जाते है।

जन सुनवाई के दौरान बडी संख्या में गरीब बेसहारा वर्ग के लोग बड़ी उम्मीद लेकर उनके पास पहुंचते है। श्री वर्मा आवेदकों की समस्या को सुनते और निराकरण संबंधित पहल भी बडे ही त्वरितता से करते है। आज जनसुनवाई में कुछ ऐसा ही वाकया हुआ। एक दृष्टि बाधित परिवार उन्हें विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापित करने पहुंचा। क्योंकि नगर निगम आयुक्त श्री वर्मा ने पिछले दिनों इस दंपति की इकलौती बिटिया का एडमिशन प्राइवेट इंग्लिश मीडियम स्कूल में कराया था और इस बच्ची की पूरी फीस भी निगम आयुक्त श्री वर्मा द्वारा ही भरी जा रही है। वही एक दुर्लभ गंभीर बीमारी से पीड़ित महिला श्रीमती रेणुका कछुवा आज निगम आयुक्त श्री वर्मा के पास स्वीकृति के बाद भी अब तक आवास नहीं मिलने की गुहार लगाने पहुंची। उक्त पीड़िता ने बताया कि सतपुड़ा परिसर बांगड़दा में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फ्लैट बुक कराया था लेकिन निगम द्वारा अब तक उसे फ्लैट नहीं दिया गया है, जिसके चलते वह किराए के मकान में रहने के लिए मजबूर है। गंभीर बीमारी के बीच सिलाई कार्य से जैसे तैसे बच्चों का पालन पोषण कर रही है। उनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है। निगम आयुक्त श्री वर्मा उक्त पीडिता को भरोसा दिलाया कि दो माह के भीतर उन्हें फ्लैट दे दिया जाएगा। श्री वर्मा जन सुनवाई में आने वाले कई बुजुर्ग, दिव्यांग, गंभीर बीमारी से पीड़ितों को सहृदयता से उनकी समस्या को सुनने के लिए पूरे विनम्रता के भाव से अपने स्थान से उठकर आवेदक के पास पहुंच जाते है तथा समस्या निराकरण हेतु हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाते हुए आत्मीयता से मिलते है। प्रत्येक आवेदक की समस्या को इत्मीनान से सुनकर जल्द निराकरण के निर्देश देते है। कई समस्याओं का तो तत्काल निराकरण करने से आमजन के बीच उनके प्रति अलग ही सम्मान का भाव जागा है।