- देश में अपनी तरह का अनूठा प्रशिक्षण केंद्र
- कला एवं संस्कृति से जुड़ा प्रशिक्षण केंद्र
- मिट्टी और गाय के गोबर से जुड़ी उत्पाद प्राथमिकता
- उत्पादन के साथ मार्केटिंग में भी मदद की जाएगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को मूर्तरुप देने के लिए सांसद शंकर लालवानी लगातार प्रयासरत है। सांसद शंकर लालवानी ने संस्था ‘लोक संस्कृति मंच’ के आत्मनिर्भर भारत प्रशिक्षण केन्द्र का उद्घाटन किया। इस केंद्र के माध्यम से हस्तशिल्प, कला एवं संस्कृति से जुड़ी विधाओं में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि मा.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान के अनुसार इस केंद्र की कल्पना की गई है। भारत की सांस्कृतिक विविधता बहुत बड़ी ताकत है और कला, हस्तशिल्प आदि से जुड़े उत्पादों का ना सिर्फ प्रशिक्षण दिया जाएगा बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विक्रय के लिए भी मदद दी जाएगी।
सांसद ने कहा कि लोक संस्कृति मंच पिछले 22 वर्षों से भारतीय संस्कृति के सरंक्षण और संवर्धन का काम करता आ रहा है। इसी श्रृंखला में अब ये स्थाई प्रशिक्षण केंद्र बनाया जा रहा है। जहां माताओं और बहनों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि यहां मिट्टी, गाय के गोबर और प्राकृतिक सामग्री से उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि पंचगव्य से जुड़े उत्पाद हमारी ग्रामीण संस्कृति का आधार रही है। इस प्रशिक्षण केंद्र से ना सिर्फ कला से जुड़े लोगों को फायदा होगा बल्कि गौपालक भी आर्थिक रुप से सक्षम होंगे।
इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति नरेंद्र धाकड़ और एमएसएमई डिपार्टमेंट के असिस्टेंट डायरेक्टर नीलेश त्रिवेदी थे। इस केंद्र से जल्द ही दीपावली से जुड़े हाथ से बने उत्पादों का प्रशिक्षण शुरू होगा।
सांसद शंकर लालवानी आत्मनिर्भर भारत के विषय पर लगातार सक्रिय रहे हैं। इससे पहले स्वदेशी सांसद राखी और मिट्टी के गणेश जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से कोरोना से प्रभावित परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की है।
इस केंद्र का संचालन कला के विभिन्न क्षेत्रों के प्रशिक्षण से जुड़ी एकता मेहता और उनकी टीम के सदस्य अंकित हार्डिया, दर्शना खण्डेलवाल और मुस्कान पाहवा करेंगे।
इस कार्यकम में लोक संस्कृति मंच के सतीश शर्मा, दीपक लवांगडे, कमल गोस्वामी , विशाल गिदवानी,नरेश फुंदवानी, रितेश पाटनी,पवन शर्मा
,पंकज फतेहचंदानी आदि का विशेष सहयोग रहा।