नई दिल्ली : भारत के पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान हमेशा से ही उसके दुश्मन रहे हैं. पाकिस्तान तो आए दिन भारत पर हमले करते रहता है. उसके आतंकी भी लगातार भारत पर हमले करता है, हालांकि जवाब में आतंकियों और पाक की करतूतों का भारत भी मुंहतोड़ जवाब देता है. बीते कुछ महीनों से भारत का चीन के साथ सीमा विवाद चल रहा है और दोनों देशों के बीच तल्ख़ी जगजाहिर है.
भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया है. रक्षा मंत्री ने कहा कि जिस समय सब लोग कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ रहे थे, उस समय हमारे जवान चीन को खदेड़ने में लगे हुए थे. राजनाथ सिंह ने यह बात सोमवार को फिक्की की 93वीं आम बैठक में कही.
उन्होंने कहा कि, हमारे हिमालयी मोर्चे पर अकारण आक्रामकता हमें इस बात की याद दिलाती है कि दुनिया कितनी तेजी से आगे बढ़ रही है. उन्होंने यह भी माना है कि न सिर्फ पड़ोसी देश के द्वारा हिमालय बल्कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में भी तनाव पैदा किया जा रहा है. उन्होंने भारतीय जांबाज सैनिकों की हौंसलाअफजाई करते हुए कहा कि चीन सैनिकों से हमारे जवान डटकर लड़े और उन्हें पीछे लौटने पर भी मजबूर कर दिया.
चीन को आगाह करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि, लद्दाख में एलएसी पर सशस्त्र बलों की भारी संख्या में तैनाती है. भारतीय जवानों ने पीएलए के सैनिकों के साथ अत्यंत बहादुरी के साथ लड़ाई लड़ी और उन्हें विवश कर दिया कि वे अपने कदम पीछे खींच लें. राजनाथ सिंह ने बैठक में कहा कि राष्ट्र की आने वाली पीढ़ियों को इस बात पर गर्व होगा कि इस वर्ष हमारी सेनाओं ने क्या हासिल किया है.
चीन के साथ ही रक्षा मंत्री ने भारत के चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को भी लताड़ लगाई है. उन्होंने पाक को घेरते हुए कहा कि, हम सीमापार आतंकवाद के शिकार रहे हैं, इस संकट से हम उस समय भी अकेले लड़ते रहे जब हमारे साथ कोई नहीं था. दुनियाभर ने इस बात को जान लिया है कि भारत हमेशा से सही रहा है और उसका पड़ोसी देश पाक आतंकियों का गढ़ रहा है.