भ्रष्टाचार के एक मामले में सीबीआई की छापेमारी के बाद उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में डाकघर अधीक्षक ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। टीपी सिंह नाम के इस व्यक्ति ने अपने इस कदम के लिए कार्यालय के सहकर्मियों द्वारा उत्पीड़न को जिम्मेदार ठहराया।कथित तौर पर उस व्यक्ति की मौत उसके गृह जिले अलीगढ़ में हुई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा कई घंटों तक पूछताछ के बाद वह बुधवार को यूपी के शहर में अपने घर पहुंचा। उसने अपने आत्महत्या पत्र को कई व्हाट्सएप ग्रुप में पोस्ट किया, जिसका वह हिस्सा था।
उन्होंने 21 अगस्त, 2024 को लिखे पत्र में दावा किया कि उनके कई सहकर्मियों ने उन्हें परेशान किया और उन पर अनुचित दबाव डाला। अलीगढ़ पुलिस प्रमुख को संबोधित पत्र में उन्होंने अपने कई सहकर्मियों के नाम लिए। उन्होंने कहा कि काम करवाने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। पत्र में लिखा है, “काम करवाने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है और कई शिकायतें भी मिली हैं।”उन्होंने अपनी मौत के लिए सीधे तौर पर कुछ सहकर्मियों को जिम्मेदार ठहराया। “मैं ऊपर बताए गए लोगों से तंग आ चुका हूं, क्योंकि वे लगातार मुझ पर दबाव बना रहे हैं।”
सीबीआई ने बुधवार शाम को मुख्य डाकघर पर छापा मारा था। जांच कई घंटों तक चली। एजेंसी ने डाकघर से जुड़े कई लोगों से पूछताछ की। छापे के दौरान सीबीआई ने जांच के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाले कई दस्तावेज भी जब्त किए। सीबीआई ने सुबह 4 बजे तक टीपी सिंह से पूछताछ की। पत्र सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कथित तौर पर टीपी सिंह ने खुद ही यह पत्र व्हाट्सएप पर भेजा था।