मध्य प्रदेश में सक्रिय मजबूत मानसूनी सिस्टम के कारण लगातार तेज बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। रीवा, सतना, मैहर और छतरपुर के कुछ गांवों से लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के भीतर कुछ क्षेत्रों में 8 इंच तक भारी वर्षा की संभावना जताई है। रविवार तक बारिश का सिस्टम भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग की ओर बढ़ जाएगा, जिससे 19 जिलों में अति भारी और 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
तेज बारिश में ढही रीवा एयरपोर्ट की सुरक्षा दीवार
रीवा में जिस एयरपोर्ट का लोकार्पण मात्र 10 महीने पहले हुआ था, उसकी बाउंड्री वॉल गिर गई है। जिले के गुढ़ क्षेत्र में विधायक नागेंद्र सिंह के आवास में भी पानी घुस गया। शहडोल के ब्योहारी में बीते 24 घंटों में सर्वाधिक 10 इंच वर्षा दर्ज की गई। वहीं, चित्रकूट में लगातार दो दिन से जारी बारिश के चलते मंदाकिनी नदी उफान पर है, जिससे रामघाट, भरत घाट सहित सभी प्रमुख घाट जलमग्न हो गए हैं। कई घरों और दुकानों में पानी भर गया है, और लोगों को नावों की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

शहडोल में बाणसागर डैम के 7 गेट खोले गए हैं, जबकि उमरिया में संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र स्थित जोहिला डैम के दो गेट खोलकर पानी छोड़ा गया है। मैहर में मां शारदा देवी मंदिर मार्ग पर करीब तीन फीट तक जलभराव हो गया। रीवा में पिछले 24 घंटों से कई गांव बाढ़ की चपेट में बने हुए हैं।
अगले 24 घंटे, इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 24 घंटों के भीतर जिन जिलों में अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है, उनमें ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, छतरपुर, टीकमगढ़, दमोह, बैतूल, हरदा, खंडवा, खरगोन, धार, झाबुआ, रतलाम, नीमच और मंदसौर शामिल हैं। इन क्षेत्रों में 8 इंच तक बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, जिन जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है, उनमें भोपाल, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, इंदौर, देवास, सीहोर, उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा, राजगढ़, विदिशा, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, भिंड, दतिया, पन्ना और सतना शामिल हैं।
पश्चिमी क्षेत्रों में अगले दो दिन भारी बारिश की चेतावनी
मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा के अनुसार, वर्तमान में मध्य प्रदेश में दो ट्रफ लाइनें, एक पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय हैं, जिसके चलते राज्य में लगातार वर्षा हो रही है। अगले दो दिनों तक इसका अधिक प्रभाव पश्चिमी क्षेत्रों, जैसे इंदौर, उज्जैन और भोपाल संभाग में देखने को मिलेगा। इसके पश्चात सिस्टम की सक्रियता धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है।