एक संसद-एक अध्यक्ष के लिए पहल, अध्यक्ष को लेकर समाज का भारी समर्थन

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दिगम्बर (Digambar) जैन समाज के चैतन्यजन लोग सर्वोच्च संस्था सामाजिक संसद को लेकर आगे आए है। समाज के पिछले चुनाव में प्रतिनिधियों के व्यक्तिगत लड़ाई के बाद सामाजिक संसद बंट गई। अब समाज के 2 अध्यक्ष बन गए है। इसके कारण समाज में होने वाले बाकि कार्य, आयोजन और महत्वपूर्ण मुद्दों पर अलग प्रभाव पड़ रहा है। इस अलग प्रभाव को देख कर समाज के लोग चिंता में पड़ गए है। लेकिन पिछले 3 साल से समाज में 2 अध्यक्ष ही बने हुए है। जो सद्भाव और सामंजस्य को देखते हुए 2 अध्यक्ष (Adhyaksh) का फैसला लिया या था वो अब समाज की एकता पर उल्टा प्रभाव डाल रहा है।

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इस चीज़ लो देख कर समाज के वरिष्जठन चाहते है कि अब एक ही अध्यक्ष हो। इसको लेकर कुछ विशेष लोगो जैसे अशोक बड़जात्या , अशोक पाटनी , कैलाश वेद , आर के जैन ,नवीन जैन गाजियाबाद , हेमचन्द झांझरी , आजाद जैन , सुभाष सामरिया , नवीन गोधा , गम्भीरमल जैन आदि समाज के लोग इस बात पर चर्चा कर रहें है।

समाज के लोगों के हस्ताक्षर के साथ जिनालयों के अध्यक्षो के लिए एक पत्र भी जारी किया है। इसके साथ ही 75 प्रतिशत जिनालयों के अध्यक्ष , मंत्रियों व प्रतिनिधियों ने पत्र दे कर एक अध्यक्ष रखने की पहल की है। समाज के बाकी लोगों से भी इस पहल को लेकर साथ मिला है। कैलाश वैद ने बताया कि बाकि जिनालयों के जिनके पत्र नहीं मिले है उनका 1 अध्यक्ष को लेकर समर्थन है। अध्यक्ष के चुनाव को लेकर जल्दी ही एक सभा बिठाई जाएगी। 14 अप्रेल को नायक भगवान की जन्म जयंती महोत्सव रखा गया है। समाज के सभी परिवार के साथ एकजुट होकर महोत्सव मनाने की आग्रह की गई है।

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