भारतीय तीरंदाजी टीम का शानदार प्रदर्शन, ज्योति ने किया पोडियम पर कब्जा

Saurabh Sharma
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भारत की दिग्गज कंपाउंड तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम ने शनिवार को तीरंदाजी विश्व कप 2025 के चौथे चरण में जबरदस्त प्रदर्शन किया। उन्होंने दो रजत और एक कांस्य पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। ज्योति ने व्यक्तिगत स्पर्धा में फाइनल तक का सफर तय किया लेकिन ब्रिटेन की एला गिब्सन से 147-148 से हार गईं। इससे उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा। इससे पहले उन्होंने सेमीफाइनल में कोरिया की हान सेउंगयोन को 144-143 से हराया था।

फाइनल में हारी भारतीय महिला टीम, गोल्ड से चूकी

क्वालीफिकेशन राउंड में 2116 अंकों के साथ टॉप पर रहने वाली भारतीय महिला कंपाउंड टीम (ज्योति, परनीत कौर और पृथिका प्रदीप) फाइनल तक पहुंची, लेकिन गोल्ड अपने नाम नहीं कर सकी। चीनी ताइपे की टीम से मुकाबले में तीसरे राउंड के बाद 170-169 की बढ़त होने के बावजूद भारतीय टीम आखिरी पलों में 225-227 से हार गई। इस हार ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि टीम प्रेशर सिचुएशन में लड़खड़ा जाती है।

मिश्रित जोड़ी ने जीता कांस्य, रचा क्वालीफाइंग रिकॉर्ड

ज्योति ने ऋषभ यादव के साथ मिलकर मिश्रित टीम स्पर्धा में एल साल्वाडोर की टीम को 156-153 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। खास बात यह रही कि इस भारतीय जोड़ी ने क्वालीफिकेशन के दौरान 1431 अंकों के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया था। हालांकि, सेमीफाइनल में नीदरलैंड से 152-155 से हार के चलते गोल्ड की उम्मीद टूट गई।

परनीत कौर पदक से चूकीं, कोच की कमी महसूस

परनीत कौर भी कांस्य पदक के प्लेऑफ में कोरिया की हान से हार गईं। उन्होंने 143 रन बनाए लेकिन हान ने 146 अंक जुटाए। इस हार से टीम को एक और झटका लगा। 2022 एशियाई खेलों के बाद कंपाउंड कोच सर्जियो पाग्नी के जाने से जो तकनीकी और मानसिक समर्थन मिलता था, उसकी कमी अब साफ नजर आ रही है।