इंदौर। मध्यभारत आर्ट एकेडमी के कलाकारों ने एक चिडिय़ा, एक परिवार अभियान शुरू किया है। इसके तहत बच्चों को वेस्ट मटेरियल से घोंसले बनाना सिखाए जा रहे हैं। रविवार को हुई वर्कशॉप में कलाकारों ने बच्चों को स्टेप बाय स्टेप घोंसला बनाने की ट्रेनिंग दी। हर बच्चे को बताया कि उसे किस तरह से खुद के घर में यह घोंसला बनाना है और आसपास के किसी पेड़, घर के आंगन या गार्डन में लगाना है। इससे एक चिडिय़ा और उसके परिवार को आसरा मिलेगा।
ठंड में जगह तलाशती हैं चिडिय़ा
आर्टिस्ट डॉ रीना बिरला ने बताया कि कड़ी ठंड के मौसम में चिडिय़ा घर बनाने के लिए जगह तलाशना शुरू करती हैं। यदि इस दौरान उन्हें घोंसला मिल जाए तो उनके लिए बहुत बड़ी मदद हो जाती है। रीना ने बताया कि अब शहर में पेड़ों और हरियाली की कमी और प्रदूषण की वजह से उनके लिए जगह तलाशना अधिक मुश्किल हो गया है ऐसे में नन्हे बच्चों की यह पहल उन्हें बड़ी मदद पहुंचाएगी।