श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय (SVVV), इंदौर, जिसे मध्य प्रदेश सरकार द्वारा भारतीय ज्ञान प्रणाली – प्रबंधन केंद्र के रूप में नामित किया गया है, उच्च शिक्षा विभाग, मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से 8 और 9 अक्टूबर 2025 को “NEP 2020 के प्रकाश में पाठ्यक्रम डिजाइन और विकास में भारतीय ज्ञान प्रणाली का कार्यान्वयन” पर दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य आधुनिक शिक्षा में भारतीय ज्ञान परंपरा और बुद्धिमत्ता के ऐतिहासिक दृष्टिकोण को समाहित करना है।
SVVV के कुलगुरु एवं भारतीय ज्ञान प्रणाली – प्रबंधन केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. योगेश सी. गोस्वामी ने बताया कि कार्यशाला का मुख्य लक्ष्य स्नातक (दूसरे और तीसरे वर्ष) और स्नातकोत्तर (तीसरे और चौथे सेमेस्टर) छात्रों के पाठ्यक्रम डिजाइन की समीक्षा करना है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से ऐसे नवाचारी उपाय प्रस्तावित किए जाएंगे, जो भारतीय ज्ञान प्रणाली को आधुनिक शिक्षा में प्रभावी रूप से जोड़ सकें।
डॉ. गोस्वामी ने आगे कहा कि यह पहल प्रबंधन शिक्षा को नए दृष्टिकोण से देखने और पुनः कल्पना करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। भारतीय ज्ञान प्रणालियों को शैक्षणिक कार्यक्रमों में शामिल करके, छात्र न केवल देश की समृद्ध बौद्धिक विरासत को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे, बल्कि अपनी वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मक क्षमताओं को भी सशक्त करेंगे।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय ज्ञान प्रणाली (IKS) को पाठ्यक्रम में समाहित करने के लिए पाठ्यक्रम डिजाइन, विकास और रिपोर्ट लेखन पर ध्यान केंद्रित करना है। इसके साथ ही, चार विशेष सत्रों में BBA और MBA कार्यक्रमों में IKS के कार्यान्वयन पर गहन चर्चाएँ भी आयोजित की जाएँगी।