देश के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज प्रेस वार्ता करने जा रही है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है की कोरोना महामारी के चलाते जो आर्थिक व्यवस्था लड़खड़ा गई थी उसको गति देने के लिए आज एक और राहत पैकेज का ऐलान हो सकता है। बता दे की मोदी सरकार द्वारा भारत की अर्थ व्यवस्था को गति देने के लिए पूर्व में भी राहत पैकेज का ऐलान हो चूका है। मिली हुई जानकारी के अनुसार ऐसा पता चला था कि केंद्र सरकार 1.5 लाख करोड़ रुपए का एक राहत पैकेज की घोषणा कर सकता है। इस राहत पैकेज की घोषणा इसी हफ्ते होने की उम्मीद है। सरकार ने इससे पहले घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने की उम्मीद से बुधवार को 10 और क्षेत्रों के लिये 2 लाख करोड़ रुपये मूल्य की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजनाओं को मंजूरी दी है।
प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव का ऐलान
सरकार ने बुधवार को घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए दूरसंचार, वाहन और औषधि समेत 10 प्रमुख क्षेत्रों के लिये उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजनाओं को मंजूरी दी है। जानकरी के अनुसार सरकार इस योजना में अगले पांच साल में करीब 2 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का प्लान कर रही है। इस योजना का लाभ रेफ्रजरेटर, वाशिंग मशीन जैसे उत्पाद, औषधि, विशेष प्रकार के इस्पात, वाहन, दूरसंचार, कपड़ा, खाद्य उत्पाद, सौर फोटोवोल्टिक और मोबाइल फोन बैटरी जैसे उद्योगों में निवेशकों को मिलेगा।
नौकरियों और डिमांड बढ़ाने पर फोकस
प्राप्त जानकारी में बतया जा रहा है कि, प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित अन्य शीर्ष अधिकारी गुरुवार को योजना को अंतिम रूप देंगे। यह राहत पैकेज पर सरकार ने अपना पूरा ध्यान नौकरियां बढ़ाने में और डिमांड बढ़ाने में दिया है। पिछले रहत पैकेज में सरकार ने छोटे व्यपारियों को ध्यान में रखते हुए पैकेज का ऐलान किया था। लेकिन इस रहत योजना में कोरोना से पूरी तरह प्रभावित टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी और एविएशन सेक्टर छूट गए थे। कोरोना के बाद पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 23. 9 प्रतिशत से गिर गई थी।