नई दिल्ली : रबी अभियान 2021-2022 के लिए राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर की अध्यक्षता में हुआ। तोमर ने कहा कि रबी सीजन के लिए केंद्र सरकार से राज्यों को पूरी मदद की जा रही है। उन्होंने कृषि के समग्र विकास के लिए राज्यों से कृषि विज्ञान केंद्रों से मिलकर लक्ष्य तय करने का अनुरोध किया। केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि देश में खरीफ सीजन बेहतर रहा है। रबी सीजन की दृष्टि से राज्यों की अपेक्षाओं को केंद्र सरकार पूरा कर रही है। कृषि क्षेत्र में कई चुनौतियां है, जिन पर परस्पर सहयोग से विजय प्राप्त करते हुए हम लक्ष्य की ओर आगे बढ़ सकेंगे।
उन्होंने खेती में पानी, बिजली व रासायनिक उर्वरकों की खपत कम करने के लिए राज्यों से प्रयत्न करने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे खेतों व किसानों के साथ देश को भी फायदा होगा। उन्होंने नैनो यूरिया का उपयोग बढ़ाने पर ध्यान देने का आग्रह किया, जो कम खर्चीला है और मृदा स्वास्थ्य बेहतर रहता है। तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है, रहेगी। प्रधानमंत्री जी ने समग्रता को समेटे हुए कई योजनाओं का सृजन किया है, ताकि कृषि में उत्पादन-उत्पादकता बढ़े और देश को महारथ हासिल हो। केंद्र सरकार निरंतर काम कर रही है, जिसके अच्छे परिणाम परिलक्षित हो रहे हैं। किसानबंधु कठोर परिश्रम कर रहे हैं। तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कम ब्याज पर किसानों को ऋण देने की व्यवस्था की है, ताकि वे बिना परेशानी के खेती कर सकें।
उनके निर्देश पर किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा किसानों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। सवा दो करोड़ से ज्यादा केसीसी वितरित किए जा चुके हैं, जिनके माध्यम से किसानों को सवा दो लाख करोड़ रूपए से ज्यादा ऋण दिया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के माध्यम से किसानों को आय सहायता का बहुत महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है, जिसमें अब तक 11.37 करोड़ लाभार्थियों को 1.58 लाख करोड़ रू. दिए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बड़ा सुरक्षा कवच है, जिसका फायदा किसानों को मिल रहा है। तोमर ने सभी छोटे किसानों तक विभिन्न योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार दलहन-तिलहन-आयल पाम के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है, जिससे आयात पर निर्भरता कम होगी। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे ने भी संबोधित किया।
कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि देश में खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य हासिल किया जा रहा है। रबी सीजन के लिए केंद्र सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य भी समय से पूर्व घोषित कर दिया गया है, ताकि किसानों को लाभ मिल सकें। उर्वरक सचिव राजेश कुमार चतुर्वेदी ने भी संबोधित किया। कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के सचिव व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र ने कहा कि परिषद किसानों को हरसंभव सहयोग कर रही है, नई फसल किस्मों से किसानों को फायदा होगा। कृषि उत्पादन आयुक्त डा. एस.के. मल्होत्रा ने प्रेजेन्टेशन के माध्यम से खरीफ में फसलों की वर्तमान स्थिति तथा आगामी रबी सीजन का परिदृश्य बताया। सम्मेलन में केंद्रीय मंत्रालयों तथा सभी राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।