नागदा : देवउठनी ग्यारस के बाद से शादियों की शुरुआत हो जाती है बहुत से जोड़ों की शादी तो देवउठनी ग्यारस के दिन ही होती है। हाल ही में नागदा में हुई एक शादी काफी ज्यादा चर्चाओं का विषय बनी हुई है ज्यादातर देखने में आता है कि एक वर की शादी वधू से की जाती है।
लेकिन यह शादी इसलिए भी चर्चाओं में है, क्योंकि इसमें बिरलाग्राम स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में दिव्यांग युवती का विवाह ठाकुरजी के साथ किया गया है। बता दें कि, इस शादी में कन्यादान के लिए परिजनसहित गणमान्यजन भी शामिल हुए। गौरतलब है कि, कन्यादान का बहुत बड़ा महत्व होता है।
इसलिए ई ब्लाक निवासी मकतुलसिंह शेखावत ने अपनी दिव्यांग बेटी सुमनकुंवर का विवाह ठाकुरजी की प्रतिमा से कराया। सुमनकुंवर बचपन से ही दिव्यांग है जिसे बोलने में भी परेशानी होती है। वहीं अपनी बेटी को लेकर मकतुलसिंह बताते हैं कि उनकी बेटी सुमनकुंवर बचपन से ही हाथ पैरों से दिव्यांग है और ठीक से बोलने में भी असमर्थ है। बताया जा रहा है कि सुमनकुंवर ने ही ठाकुर जी के साथ विवाह करने की इच्छा जाहिर की थी। ऐसे में परिवार वालों ने भी बेटी की इच्छा को पूरा किया। अब यह शादी चर्चाओं में है।