भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए इंदौर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। देवी अहिल्या बाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने निगरानी को और कड़ा कर दिया है। अब यात्रियों को डबल सिक्योरिटी चेक से गुजरना पड़ रहा है। वहीं, एयरपोर्ट में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की जांच की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस को सौंपी गई है, जो अब एंट्री गेट पर प्रत्येक वाहन की गहनता से जांच कर रही है।
यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं, टूरिस्ट फ्लाइट्स पर संकट
एयरलाइंस प्रतिनिधियों के अनुसार, जिन यात्रियों की उड़ानें रद्द की गई हैं, उन्हें रिफंड या पुनः बुकिंग का विकल्प उपलब्ध कराया जा रहा है। इस बीच, इंदौर से संचालित होने वाली फ्लाइट्स की संख्या में भी कमी दर्ज की गई है। यात्रियों की अनिश्चितता और असमंजस की स्थिति के कारण कई लोगों ने अपने आगामी यात्रा कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं, जिससे होटल और ट्रैवल एजेंसियों की बुकिंग पर भी असर पड़ा है। यात्रा को लेकर बनी अनिश्चितता के कारण टिकट रद्द कराने वालों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है।

सीआईएसएफ की सतर्क निगरानी, उड़ानों पर नहीं पड़ा असर
एयरपोर्ट से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अब सीआईएसएफ द्वारा एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल की निगरानी 24 घंटे की जा रही है। पहले यह व्यवस्था केवल रात के समय लागू थी, लेकिन अब इसे दिन में भी जारी रखा गया है। हालांकि, इंदौर से संचालित सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें अपने तय समय पर जारी हैं। देश के कुछ अन्य एयरपोर्ट्स पर अस्थायी रूप से संचालन रोका गया है, और उन्हीं रूट्स की फ्लाइट्स रद्द की गई हैं। इंदौर की उड़ानों पर इसका कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ा है।
जोधपुर, जम्मू व चंडीगढ़ रूट पर उड़ानें स्थगित, 10 मई तक निलंबन
गुरुवार को इंदौर से चंडीगढ़ जाने वाली फ्लाइट रद्द कर दी गई। जोधपुर और जम्मू के लिए उड़ानों का संचालन पहले से ही 10 मई तक स्थगित किया जा चुका है। लगातार दूसरे दिन इन दोनों रूट्स की फ्लाइट्स रद्द रहीं। जानकारी के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के तहत देश के 16 शहरों के हवाईअड्डों को सुरक्षा कारणों से अस्थायी रूप से बंद किया गया है। इसी के तहत इंदौर से जोधपुर, जम्मू और चंडीगढ़ के लिए उड़ानें 10 मई तक स्थगित रहेंगी।