एमपी को रेलवे में बड़ा तोहफा, इन 5 जिलों में बिछेगी 221 KM नई पटरी

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By Srashti BisenPublished On: May 9, 2025
MP News

मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर को मज़बूती देने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल शुरू हुई है। अलीराजपुर-खरगोन-खंडवा के बीच प्रस्तावित नई रेलवे लाइन का सर्वे कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। इस रेल लाइन की कुल लंबाई लगभग 221 किलोमीटर होगी, जो राज्य की उत्तरी और पश्चिमी रेलवे लाइनों को जोड़ने में सहायक बनेगी।

परियोजना के पहले चरण में रेलवे की तकनीकी टीम वॉक-थ्रू सर्वे कर रही है, जिसमें सरकारी इमारतों, पहाड़ी क्षेत्रों और नदियों का भौतिक निरीक्षण शामिल है। इसके बाद आधुनिक तकनीकों जैसे ड्रोन और डीजीपीएस के माध्यम से विस्तृत सर्वे किया जाएगा। इस प्रक्रिया पर सरकार ने 6.25 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जिससे परियोजना की गंभीरता और महत्त्व स्पष्ट होता है।

आज़ादी के बाद पहली बार रेल सेवा का सपना होगा साकार

इस रेलमार्ग का निर्माण खरगोन और बड़वानी जैसे जिलों के लिए ऐतिहासिक क्षण साबित होगा, जहां आज़ादी के बाद से रेल सेवा की प्रतीक्षा की जा रही थी। नई लाइन से अलीराजपुर, धार, खरगोन, बड़वानी और खंडवा जैसे पांच ज़िलों को सीधा लाभ मिलेगा। खंडवा-बडौदा मार्ग की दूरी भी 588 किलोमीटर से घटकर लगभग 388 किलोमीटर हो जाएगी।

कृषि और उद्योग को मिलेगा नया जीवन

निमाड़ क्षेत्र, जो मुख्यतः कृषि पर आधारित है, इस परियोजना से सबसे अधिक लाभान्वित होगा। चना, कपास और लाल मिर्च जैसी फसलों के लिए प्रसिद्ध खरगोन जिले की मंडियों तक उत्पादों की आसान पहुंच सुनिश्चित होगी। इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी और उन्हें बेहतर बाज़ार मिलेगा। साथ ही, औद्योगिक क्षेत्रों की रेलवे से कनेक्टिविटी बढ़ने से व्यापार को भी नई दिशा मिलेगी।

आदिवासी इलाकों और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

इस रेल परियोजना का एक अन्य बड़ा लाभ यह है कि यह खंडवा, खरगोन और बड़वानी जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ेगी। साथ ही, इससे क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाएँ भी बढ़ेंगी, क्योंकि रेलवे यात्रा को पर्यटकों के लिए अधिक सुलभ और आकर्षक बनाया जा सकेगा।

रोज़गार और व्यापार के नए रास्ते खुलेंगे

रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार से न सिर्फ़ परिवहन सुगम होगा, बल्कि इससे स्थानीय युवाओं के लिए रोज़गार के नए अवसर भी पैदा होंगे। रेलवे से जुड़े छोटे-बड़े व्यवसायों को गति मिलेगी और स्थानीय व्यापारियों को अपने उत्पाद दूर-दराज़ के बाज़ारों तक पहुँचाने में सुविधा होगी।