बरिश के चलते मेरठ में बड़ा हादसा, भरभराकर गिरा दो मंजिला मकान, हादसे में 10 की मौत

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उत्तर प्रदेश के मेरठ में हाल ही में एक तीन मंजिला इमारत गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई है। जांच में सामने आया है कि इस इमारत की मुख्य समस्या उसकी नींव की कमजोरी और अत्यधिक बारिश थी। 300 वर्ग गज क्षेत्र में बनी इस इमारत में सिर्फ एक ही खंभा था, जो कि वी गेट के करीब स्थित था। पूरे भवन का भार एक चार इंच की पतली दीवार पर था, और इसी दीवार को लेकर ऊपर एक और मंजिल बनाने की योजना चल रही थी। लगातार हो रही बारिश से इमारत की नींव में पानी भर गया, जिससे दीवारें कमजोर हो गईं और इमारत ढह गई।

हादसे की जानकारी

शनिवार शाम हुए इस हादसे में रविवार सुबह तक 10 शवों को मलबे से बाहर निकाला गया, जबकि एक-दो लोग अब भी मलबे में फंसे हुए हैं। उनकी राहत और बचाव के लिए आपातकालीन ऑपरेशन जारी है। पुलिस के अनुसार, इमारत का ग्राउंड फ्लोर करीब 50 साल पहले बनाया गया था, जबकि बाद में एक डेयरी फार्म और ऊपरी मंजिल जोड़ी गई थी। इमारत की नींव और दीवारों की कमजोर स्थिति के कारण यह हादसा हुआ।

मौसम और निर्माण संबंधी समस्या

मेरठ में लगातार हो रही बारिश ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। बारिश का पानी इमारत की नींव में भर गया, जिससे दीवारें और नींव में सीलन आ गई। इसके अलावा, डेयरी के पास जमा गोबर और अन्य कूड़ा भी समस्या को बढ़ा रहा था। पिछले दिनों एक छोटा हिस्सा ढहने के बावजूद परिवार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, और अंततः पूरा मकान ढह गया।

संवेदनशीलता और जांच

पुलिस ने बताया कि यह हादसा शनिवार शाम करीब साढ़े चार बजे हुआ। यदि हादसा एक घंटे बाद होता, तो 40 से ज्यादा लोग मलबे में दब सकते थे, क्योंकि शाम 5.30 बजे के आसपास डेयरी में दूध लेने के लिए 35 से ज्यादा लोग वहां आते थे। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर निगम द्वारा अन्य संभावित खतरनाक भवनों की भी जांच शुरू कर दी है, खासकर उन इलाकों में जहां डेयरी फार्म खुले हुए हैं और जानवरों का कूड़ा घरों के पास जमा हो रहा है।