मध्यप्रदेश: प्रदेश के स्कूलों से 16 हजार टीचर्स गायब, बच्चे कर रहे मौज मस्ती

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मध्यप्रदेश में कोरोना के चलते जहां सभी स्कूल बंद है वहीं शिक्षक लोग भी गायब है। दरअसल, अभी कुछ दिनों पहले ही शिवराज सरकार ने 18 दिसंबर से स्कूल खोलने के आदेश दिए थे। जिसके बाद स्कूल खोल दिए गए। वहीं स्कूल खुलने के बाद भी टीचर गायब है। ये सिर्फ एक दो टीचर की बात नहीं है बल्कि करीब 16 हजार टीचर स्कूल नहीं जा रहे हैं। बता दे, करीब साल भर की छुट्टी मनाने के बाद भी टीचर स्कूलों में नहीं जाना चाहते हैं। आकड़ों के मुताबिक, 2018 से 2019 तक स्कूलों में करीब 3 लाख 20,440 शिक्षक थे। लेकिन कोरोना के चलते जब स्कूलों से टीचर्स की रिपोर्ट मांगी गई तो इसमें सिर्फ 3 लाख 4225 टीचर्स ही मिले। बाकि के 16 हजार टीचर्स गायब है।

इनकी वजह से बच्चे स्कूल तो आ रहे हैं लेकिन सिर्फ सैर सपाटे के लिए ही आ रहे हैं। बता दे, लोक शिक्षण संचालनालय की रिपोर्ट में टीचर्स के लापता होने की खबर सामने आई है। वहीं लोक शिक्षण संचालनालय ने अब सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से शिक्षकों की जानकारी मांगी है। ये जो टीचर्स लापता है वो 21 जिलों से है। जी हां 21 जिलों के टीचर्स पूरे प्रदेश भर से गायब है। जिनमें से सबसे ज्यादा सिंगरौली जिले में से गायब है।

रिपोर्ट के मुताबिक, सिंगरौली से 1090, शिवपुरी से 997 सागर से 873, देवास से 782, बड़वानी से 745, कटनी से 678, विदिशा से 738, खंडवा से 685, सीधी से 670, टीकमगढ़ से 573,उज्जैन से 548, छतरपुर से 546, झाबुआ से 502,भोपाल से 06 इंदौर से 120, निवाड़ी से 24, जबलपुर से 30, नरसिंहपुर से 49, ग्वालियर से 76, धार से 119 और छिंदवाड़ा से 247 शिक्षक लापता हैं। इसको लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूल ना पहुंचने वाले शिक्षकों की मॉनिटरिंग की जा रही है। महीने की नहीं बल्कि अब हर रोज की रिपोर्ट मगाई जा रही है। सभी जिला कलेक्टर्स से शिक्षकों की रिपोर्ट मांगी जा रही है। स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।