
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को एक साल का सेवा विस्तार मिल सकता है। प्रदेश सरकार ने इस संबंध में केंद्र सरकार को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह 31 जुलाई 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं, लेकिन प्रदेश हित में उनकी सेवाएं आगे भी आवश्यक हैं। सरकार ने उनके अब तक के कार्यकाल की सराहना करते हुए उन्हें एक वर्ष के सेवा विस्तार की सिफारिश की है।

औद्योगिक माहौल और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में निभाई अहम भूमिका
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को प्रदेश में औद्योगिक वातावरण तैयार करने में एक प्रमुख भूमिका निभाने वाला अफसर माना जाता है। सरकार ने केंद्र को भेजे गए पत्र में लिखा है कि उन्होंने प्रदेश को ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में भी उल्लेखनीय योगदान दिया है। अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त के रूप में उन्होंने निवेश को बढ़ावा देने और उद्योगपतियों का भरोसा जीतने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए हैं।
अन्य राज्यों में भी बढ़ा अफसरों का कार्यकाल, यूपी को भी उम्मीद
मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार मिलने की संभावना इस वजह से भी बढ़ गई है क्योंकि हाल के महीनों में कई राज्यों के मुख्य सचिवों को सेवा विस्तार दिया जा चुका है। हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी को एक वर्ष का, छत्तीसगढ़ के अमिताभ जैन को तीन महीने का और हिमाचल प्रदेश के प्रबोध सक्सेना को छह महीने का सेवा विस्तार केंद्र सरकार द्वारा पहले ही दिया जा चुका है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार को भी अपने प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की पूरी उम्मीद है।
मुख्यमंत्री योगी के विश्वस्त, बड़े आयोजनों की जिम्मेदारी भी
मनोज कुमार सिंह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विश्वस्त अधिकारी माना जाता है। वे नगर विकास, पंचायती राज, ग्राम विकास, कृषि उत्पादन आयुक्त जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। उन्हें 30 जून 2024 को मुख्य सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सरकार ने प्रस्ताव में इस वर्ष होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और भूमि पूजन समारोह जैसे बड़े आयोजनों का भी उल्लेख किया है। इससे पहले वर्ष 2019 में मुख्य सचिव रहे अनूप चंद्र पांडेय को भी ऐसे ही आयोजनों के चलते छह माह का सेवा विस्तार मिला था।