जानिए क्यों मनाई जाती है भाई दूज? इसके पीछे क्या है कहानी?

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भाई दूज, भारतीय पर्वों में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो भाई-बहन के प्रेम और समर्पण को मनाता है। इस दिन, बहन अपने भाई की लम्बी और स्वस्थ जीवन की कामना करती है और भाई बहन के बीच एक-दूसरे के प्रति समर्पितता और प्रेम को मजबूती से अनुकरण करते हैं।

पौराणिक कथा: यम, मृत्यु और नरक के देवता, अपनी बहन यमुना के साथ बहुत अच्छे भाई थे। यमुना अपने भाई की रक्षा करने में पूरी दिलचस्पी रखती थीं। एक दिन, यमुना ने अपने भाई की लंबी आयु की कामना की और उन्हें स्वस्थता और खुशियों के साथ बनाए रखने का व्रत रखने का आदान-प्रदान किया। यम ने भी अपनी बहन की इस इच्छा को पूरा करने का प्रतिबद्धता की और उन्होंने अपने सम्पूर्ण शक्ति लगाई ताकि उनकी बहन को सुरक्षित रख सकें।

एक दिन, यम अपनी बहन के पास गए और उन्होंने अपने भाई के लिए विशेष रूप से बनाए गए खाद्य पदार्थों को प्रस्तुत किया। इस दिन को भाई दूज कहा जाता है और यह एक भाई-बहन के प्यार और समर्पण का प्रतीक है। इस दिन, बहन अपने भाई की लंबी आयु और सुख-शांति की कामना करती है और भाई भी अपनी बहन को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा करने का प्रतिबद्ध होते हैं।

उत्सव और रिवाज: भाई दूज का उत्सव देशभर में बहनों और भाइयों के बीच अपने प्रेम और समर्पण का पर्व है। इस दिन, बहन अपने भाई को टीका लगाकर कुमकुम, चावल, और फूलों से सजाकर उनकी लंबी आयु और सुख-शांति की कामना करती हैं। भाई भी बहन को उपहार देते हैं और उनकी कल्याण की कामना करते हैं।