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सपने में सांप दिखना शुभ या अशुभ? जानिए क्या हैं इससे जुड़ी मान्यताएं और संकेत
सपने हमारी अवचेतन अवस्था के संकेत होते हैं, और अक्सर माना जाता है कि ये हमारे भविष्य की घटनाओं की ओर इशारा करते हैं। खासकर जब बात सांप के सपने
कौन बनेगा करोड़पति 16 में, अमिताभ बच्चन ने बताया कि अभिषेक बच्चन को कानपुर के लड्डू बहुत पसंद हैं
महानायक अमिताभ बच्चन की मेज़बानी वाले कौन बनेगा करोड़पति 16 में, इस सप्ताह दर्शकों को भावनाओं से भरा यादगार एपिसोड देखने को मिलेगा। इस एपिसोड में कानपुर, उत्तर प्रदेश के
आजकल की शादियाँ दिखावा…?
देव उठने के साथ ही शादियों का सीजन शुरू हो चुका है। इस सीजन में जीवन की नई शुरुआत करने वाले नव दंपतियों को मेरी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएँ…।
प्रदेश वासियों को व्यथित कर गया ये समाचार…महिलाओं के लिए भी अब शराब दुकानें खोलेगी सरकार…
मध्यप्रदेश वासियों को व्यथित कर गया ये समाचार…महिलाओं के लिए अलग से शराब दुकानें खोलेगी सरकार…क्या अब यही देखना और बाकि रह गया था…महिला सशक्तिकरण का कोई पैगाम हालांकि रह
कानूनों का अंधानुकरण से बरबाद होता इंडियन समाज
डेली मेल लंदन का एक प्रतिष्ठित अख़बार है , जिसने कुछ दिन पहले टेलर स्विफ्ट के लिये छापा था कि जो औरत 34 की उम्र तक कँवारी है और पिछले
फैसलों का वर्षों फासला जुर्म की फसल बो देता है…अन्याय का लम्बा प्रश्रय न्याय का मार्ग खो देता है…
दरिंदगी की दर्दभरी दास्तानें दैत्यों के जंगलराज का दावानल बन गई है…इंसानियत के उसूलों की शैतानियत के किरदारों से जोरदार ठन गई है…दरिंदगी का घिनौना अध्याय हो गया…पूरा देश बलात्कार
युवाओं की उड़ान: भारत की प्रगति में महिला सशक्तिकरण का योगदान
युवाओं में उत्साह, नवीनता और साहस होता है, जो उन्हें समाज में परिवर्तन लाने की शक्ति प्रदान करता है। वे नई तकनीकों और विचारों को अपनाने में तेज होते हैं
कभी पाक में घुसकर एयर स्ट्राइक करने वाले अपनी कूटनीतिक व्यूहरचना पर अब मौन है…जानते हो इस सारे घटनाक्रमों की वजह कौन है…
बांग्लादेश में हिन्दुओं की दुर्दशा पर भारत ने क्यों कड़ा कदम नहीं उठाया…अभिनन्दन को सुरसा के मुंह से निकाल लाने वाली सियासत ने क्यों नहीं कुछ फरमाया…चुनाव बाद कि परिस्थिति
राजनीति व समाज के अनछुए पहलुओं पर चोट करती लेखक व राजनीतिक रणनीतिकार अतुल मलिकराम की 5 किताबें
राजनीति, समाज, संस्कृति, शिक्षा, प्रेरणा, व्यवसाय व सतत विकास लक्ष्यों पर आधारित लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार अतुल मलिकराम की पांच किताबों ‘दिल से’, ‘गल्ला दिल दी’, ‘दिल विल’, ‘दिल-दश्त’, और
किताबी ज्ञान तक सीमित हमारी शिक्षा नीति और इंडस्ट्री के लिए जरुरी कौशल के बीच की खाई
भारत के हलचल और महत्वाकांक्षाओं से भरे एक शहर में, आन्या रहती है। आन्या 20-22 साल की एक होनहार बालिका है, जिसने हाल ही में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया है।
सामाजिक रूढ़ियों को चीर रंगमंच से अदाकारी की छठा बिखेरने वाली ‘विनोदिनी’ पर आधारित सुष्मिता मुखर्जी की 5वीं किताब ‘नटी’
साल 1874 में 12 साल की उम्र में बिनोदिनी ने कलकत्ता नेशनल थियेटर में अपना पहला सीरियस ड्रामा रोल अदा किया. साल पढ़ के चौंक गए होंगे ना आप? चौंकना
चंद रुपयों का सौदा….सामान सस्ता या हम?
-अतुल मलिकराम (लेखक एवं राजनीतिक रणनीतिकार) मजबूरों को मजबूर करने का यह कैसा चलन? आजकल की दिखावे की दुनिया में यह देखना वाकई निराशाजनक है कि मानव स्वभाव कितना उथला
देश को जाति के दावानल में मत डालो…भारत मां को दलगत राजनीति के घिनौने चक्रव्यूह से बाहर निकालो…
प्रखर वाणी ======== जातिगत जनगणना पर बवाल करते हो…संविधान की प्रति अपने हाथ धरते हो…कभी एकता और अखंडता का नारा देने वालों…जातियों की वैमस्यता से कटते लोगों को युद्ध में
राजा रंक को बिच्छू की तरह डंक मारना छोड़ दे तो दयावान…सीमा से अधिक लगान वसूलने वाला राज्य बन जाता श्मशान
प्रखर वाणी ========== एक सरकार दे रही महंगाई की मार…एक सरकार दे रही टैक्स भरमार…एक सरकार दे रही युवा बेरोजगार…जनता हो रही बेबस – लाचार…क्या कसूर है हमारा सरकार…मत देकर
IMC Budget 2024 : सक्षम, सार्थक, समग्र और सर्व समावेशी बजट
इंदौर नगर निगम ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने उत्कृष्ट बजट पेश किया है, जिसके लिए उन्हें हार्दिक बधाई! भाजपा की परिषद का यह बजट इंदौर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संगठन नहीं जीवन जीने का ढंग है…जिसके अनुषांगिक संगठन ही उसका इंद्रधनुषी रंग है…
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ महज संगठन ही नहीं अपितु जीवन जीने का ढंग है…जिसके अनेक अनुषांगिक ही उसके इंद्रधनुषी रंग है…वर्षों तक संघ से नफरत करने वालों ने उसकी गतिविधियां
दुखी मन से लिखने को मजबूर- विचार प्रवाह
और अंततः …. एक दीपक जिसने अनेक कार्यकर्ताओं को सही रास्ता दिखाया और चलना सीखाया है। अचानक प्रभात झा स्वर्गीय हो गये…एक प्रसिद्ध, एक चिंतक, एक विचारक,एक लेखक,एक साहित्यकार, एक
माना तुम्हारा व्यापार घटा है…क्योंकि तुम्हारी दुकान से धोखा देने वाला नाम हटा है…
प्रखर वाणी ========= मुंह में राम बगल में छुरी की कहावत सुनी है…तुमने हर काम के लिए राम नहीं छूरी ही चुनी है.. नाम लिखवाकर दुकान पर पहचान बताना जरूरी
फीनिक्स सिटाडेल में 30% छूट के साथ ले ‘मानसून फूड फेस्टिवल’ का मजा
Indore News : फीनिक्स सिटाडेल यानि शॉपिंग, फ़ूड, और फन का अल्टीमेट डेस्टिनेशन. शॉपिंग फन तो फीनिक्स सिटाडेल में चल ही रहा है, मगर अब फ़ूड फन की बारी है
‘प्रभात’ का कभी ‘सूर्यास्त’ नहीं हो सकता
-लोकेन्द्र पाराशर मनुष्य जब अस्तित्व में आता है, तो उसकी प्रारंभिक पहचान उसकी देह से होती है। सामान्य व्यक्ति इसी देह के साथ ही एक दिन समाप्त भी हो जाता




























