जया किशोरी की कमाई जान रह जाएंगे हैरान, एक आयोजन के लिए लेती है इतनी फीस

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भोपाल। भारत में कई प्रसिद्ध कथावाचक मौजूद है जिनमें पंडित प्रदीप मिश्रा, देवकीनंदन ठाकुर के अलावा धीरेंद्र शास्त्री भी शामिल है, लेकिन आज हम एक ऐसे विश्व प्रसिद्ध कथावाचक के बारे में बता रहे हैं जिनकी एक झलक पाने को प्रशंसक बेताब नजर आते हैं। यह कथा वाचक और कोई नहीं बल्कि जया किशोरी है।

जया किशोरी ने सामान्य लड़की से अपने आप को धर्म का प्रचार प्रसार करने के लिए मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में उभारा है। इस बात का खुलासा खुद जया किशोरी ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि वहां कोई साधु या सन्यासी नहीं है। आइए जानते हैं जया किशोरी के जीवन से जुड़ी कुछ जरूरी बातें।

जया किशोरी कि जहां भी कथा होती है, इसका श्रवण करने के लिए लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ती है। जया किशोरी का कथा के दौरान जब भी ‘ मीठे रस से भरियोरी राधा रानी लागे’ भजन बजता है तो माहौल पूरी तरह से भक्ति में हो जाता है ।यह भजन भक्तों को काफी पसंद आता है और वहां इसे अपने मन में ही गुनगुनाने लग जाते हैं। जया किशोरी की आवाज लोगों को काफी अच्छी लगती है और पल भर में ही वहां भजनों की धुन में रम जाते है।

Jaya Kishori की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। सोशल मीडिया के प्लेटफार्म यूट्यूब फेसबुक और अन्य पर देखें तो उनके विवर्स भी मिलियंस में पहुंच गए हैं। इसके साथ ही जया किशोरी की टीम रेवेन्यू जेनरेट करती है। जया किशोरी की बढ़ती लोकप्रियता के पीछे उनकी कथा और जो भजन गाए जाते हैं । वहां लोगों को काफी पसंद आते हैं आज हम आपको जया किशोरी के कुछ निजी जीवन से रूबरू करवाते हैं। आखिरकार एक सामान्य लड़की प्रसिद्ध कथावाचक कैसे बन गई है।

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जानिए कब और कहां हुआ जया किशोरी का जन्म
जया किशोरी का पूरा नाम जया शर्मा है और इनका जन्म राजस्थान के सुजानगढ़ में एक गौड़ ब्राह्मण परिवार में 13 जुलाई 1995 को हुआ था। जया किशोरी के पिता का नाम राधेश्याम हरिद्वार उपनाम शिव शंकर शर्मा है वहीं उनकी माता गीता देवी जी हरिपाल है ।इसी तरह जया किशोरी की एक बहन भी है जिनका नाम चेतना शर्मा है। वर्तमान की बात करें तो इनका पूरा परिवार कोलकाता में निवासरत है। वही जया किशोरी की रूचि बचपन से ही भगवान की भक्ति में रही है। उन्होंने 6 साल की उम्र से खुद को भक्ति में ढाला था ।बचपन से ही उनके घर में हनुमान जी का सुंदरकांड पढ़ा जाता था ।यही कारण है कि आज वहां सुप्रसिद्ध कथावाचक जया शर्मा से जया किशोरी बन गई है।

9 वर्ष की उम्र में लिया भक्ति का ज्ञान
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब जया किशोरी की उम्र 9 वर्ष थी उस समय उन्होंने संस्कृत में लिंगाष्टकम, शिव तांडव स्त्रोत्रम समेत कई स्त्रोत्र को गाकर लोगों को प्रभावित कर दिया था। छोटी सी उम्र में भागवत गीता नानी बाई रो मायरो भगवान नरसी की भात जैसी कई तरह की कथाएं सुना कर आज वहां सुप्रसिद्ध बन गई है। जया किशोरी देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी कथा से लोगों को धर्म का ज्ञान करा रही है।

जय किशोरी ने बताया कि 10 साल की उम्र में अमोघ फलदाई संपूर्ण सुंदरकांड उन्होंने गाया था। यही सुंदरकांड लोगों के दिलों पर छाया था। इसके बाद उनकी लगातार लोकप्रियता बढ़ती गई। अब आलम यह है कि उनकी एक झलक पाने उनके प्रशंसक काफी बेताब रहते हैं। हालांकि उन्होंने इस बात का स्पष्टीकरण पहले ही दे दिया था कि वहां कोई साधु या सन्यासी नहीं है, बल्कि एक सामान्य सी लड़की है और हमेशा धार्मिक ग्रंथों का ज्ञान एक स्पीकर के रूप में लोगों को दे रही है।

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जानिए कितनी फीस लेती है जया किशोरी
अब हम आपको जया किशोरी की कमाई के बारे में बता देते हैं ।जया किशोरी नानी बाई रो मायरो और श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन करने के लिए आधा बुकिंग के समय ही लेती है। जिसमें करीब 9 से 10 लाख रुपए की फीस एक आयोजन के लिए लेती है। वहीं इसमें से एक बड़ा हिस्सा वहां नारायण सेवा संस्थान को डोनेट करती है। इसके अलावा दिव्यांग और अपंग लोगों के लिए अस्पताल भी चलाती है। इसके साथ ही जया किशोरी गरीबों की सेवा भी करती है ।वहां नारायण सेवा संस्थान और गौशाला भी चलाती है ।वहां नर ही नारायणी को सबसे बड़ी सेवा मानती है।

जया किशोरी को मिले अब तक ये अवार्ड
अब आपके मन में इस तरह का सवाल भी उठ रहा होगा कि आखिर जया किशोरी इतनी प्रसिद्ध कथावाचक है तो उन्हें सम्मान के रूप में अवॉर्ड जरूर मिला होगा, तो हम आपको बता देते हैं भारत के अलावा विदेशों में भी उन्होंने बड़े-बड़े समारोह में भाग लिया है। फेम इंडिया एशिया पोस्ट सर्वे 2019 के तहत यूथ आईकॉन सर्वे रिपोर्ट में जया किशोरी को 18320 प्रबुद्ध लोगों के अध्यात्म श्रेणी में रखा गया था ।इसके अलावा उन्हें 2021 में बेस्ट मोटिवेशनल स्पीकर का खिताब भी दिया गया था।