इंदौर : देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को भिक्षुक मुक्त बनाने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं इंदौर में अब सड़कों पर भिक्षा मांगने वालों पर कार्रवाई होगी। प्रशासन ने सख्त रणनीति बनाकर भिक्षावृत्ति को रोकने का फैसला किया है।
इतना ही नहीं जो लोग भिखारियों को भिक्षा देते हैं उन पर भी कार्रवाई होगी। इन लोगों पर धारा 188 के तहत FIR दर्ज किया जाएगा। भिक्षावृत्ति करने वालों और उन्हें भिक्षा देने वालों पर नजर रखने के लिए शहर के चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा।
बता दें कि, यदि पुलिस को कोई भिक्षावृत्ति करते हुए पकड़ा जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, भिक्षा मांगने को बढ़ावा देने वालों पर भी कार्रवाई होगी। भिक्षावृत्ति समाज के लिए एक कलंक है। इससे शहर की छवि खराब होती है और गरीबी भी बढ़ती है।
इसको लेकर कलेक्टर आशीष सिंह जल्द ही इस आदेश को जारी करने वाले हैं। उन्होंने बताया कि भिक्षुक मुक्त अभियान को और तेज करने के लिए रणनीति बनाकर तैयार कर ली गई है। जल्द ही इस आदेश को जारी किया जाएगा जिसके बाद भिक्षावृत्ति में तो कमी आएगी ही। इसके साथ ही लोग भी भिक्षा देने से बचेंगे।
वहीं सड़कों पर भिखारी अक्सर दुर्घटनाओं और शोषण का शिकार हो जाते हैं। कई बार भिक्षावृत्ति के लिए बच्चों का इस्तेमाल किया जाता है, जो उनके बचपन और शिक्षा का अधिकार छीन लेता है।