इंदौर। महापौर पद के कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा हमेशा इंदौर को अपना सपनों का शहर बताया जाता है। इस शहर की हालत इतनी खराब है कि पूरा शहर अव्यवस्थाओं में डूबा हुआ है । शहर के नेतृत्व कर्ता बनने वाले ताई, भाई और भाभी ने मिलकर शहर को समस्याओं के समुंदर में डुबो दिया है।
शुक्ला ने कहा कि मानसून के आगमन के पूर्व कल शनिवार की रात को प्री मानसून की बारिश हुई। इस बारिश ने शहर की सारी व्यवस्थाओं की कलाई खोल कर सामने ला दी। मैं बार-बार इंदौर नगर निगम के समक्ष यह बात उठा रहा हूं कि जिस तरह से आपके द्वारा शहर को खोद दिया गया है उससे शहर के नागरिकों को बारिश के समय पर भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा । इस बात पर नगर निगम के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। शहर के नेतृत्व कर्ता बनने वाले ताई, भाई और भाभी खामोशी की चादर ओढ़ कर सोते रहे। कल जब मामूली बारिश हुई तो एक तरफ जहां खुदी हुई सड़कों से लोगों का निकलना मुश्किल हो गया तो वहीं दूसरी तरफ सड़कों पर जमा हुए पानी के कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गई । पूरे शहर में अव्यवस्था फैल गई ।
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शुक्ला ने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार के द्वारा देश भर की स्मार्ट सिटी की रैंकिंग में इंदौर शहर को प्रथम स्थान दिया गया है। इंदौर शहर में कितना स्मार्ट तरीके से नगर निगम के द्वारा काम किया गया है, यह एक बार फिर कल रात को बारिश के बाद शहर के नागरिकों ने देख लिया है । नगर निगम की ओर से शहर में विकास के नाम पर और स्मार्ट सिटी के नाम पर भ्रष्टाचार की गंगा बहाने का काम किया गया है।
शुक्ला ने कहा कि हमेशा मौसम परिवर्तन के पूर्व मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के द्वारा शट डाउन कर मेंटेनेंस का काम किया जाता है। बिजली कंपनी के द्वारा अपनी व्यवस्थाओं को आधुनिक करने पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसके बाद भी इस कंपनी की व्यवस्था कितनी बेहतर और आधुनिक है इसका अंदाजा तो इसी बात से लगाया जा सकता है कि पानी की चार बूंदे आती है वैसे ही लाइट चले जाती है। जिन क्षेत्रों में एक बार बत्ती गुल होती है वहां पर कई घंटों तक नागरिक बिजली का इंतजार करते हुए नजर आते हैं। कल भी रात को बारिश के शुरू होते ही अनेक क्षेत्र अंधेरे में डूब गए। इस बार सड़कों की स्ट्रीट लाइट भी बंद रही। कई कालोनियों में तो नागरिकों को लाइट आने का सुबह तक इंतजार करना पड़ा।