रंगों के त्यौहार होली को लेकर देश भर में जोर शोर से तैयारियां चल रही है। लेकिन इन सबके बीच होलिका दहन को लेकर देश भर में कन्फ्यूजन चल रहा था क्योंकि दो दिन पूर्णिमा की तिथियां पड़ रही है। दरअसल, रंगों का त्योहार होली हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की पूर्णिमा के अगले दिन यानी चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को मनाई जाती है और फाल्गुन पूर्णिमा को प्रदोष काल मुहूर्त में होलिका दहन किया जाता है।
वहीं, खजराना गणेश मंदिर के पूजारी अशोक भट्ट का कहना है कि केलेंडर में होली पर्व को लेकर अलग-अलग तिथियां है। जिस वजह से लोगों को काफी असमंजस हो रहा है लेकिन शहर में ज्यादातर स्थानों पर होलिका दहन सोमवार को किया जाएगा। इसके साथ ही महाकाल मंदिर उज्जैन, श्री गणेश मंदिर खजराना और राजबाड़ा इन्दौर में होलिका दहन 6 मार्च को होगा, धुलेंडी 7 मार्च को और रंग पंचमी 12 मार्च को रहेगी।
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बता दें, फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 6 मार्च 2023 की शाम 4.17 पर शुरू होगी और पूर्णिमा तिथि का समापन 7 मार्च 2023 को शाम 6.09 तक है। इसके साथ ही जब आप होलिका दहन के लिए जाए तो सबसे पहले गणपति जी का स्मरण करें। फिर होलिका पर गंगाजल छिड़कें. अब हल्दी, कुमकुम, अक्षत, गुलाल, नारियल, उपले की माला, फूल, गेहूं की बालियां होलिका को अर्पित करें। सभी सामग्री मंत्रोंच्चार के साथ चढ़ाएं. प्रह्लाद, नृरसिंह भगवान के मंत्रों का जाप करें। फिर होलिका में जल चढ़ाते हुए 7 बार परिक्रमा करें।