दुनिया के पावरफुल देशों की लिस्ट हुई जारी, टॉप पर इजराइल, इस नंबर पर है भारत

Author Picture
By Ravi GoswamiPublished On: February 12, 2024

भारत सरकार विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था मानी जाती है। देश में ‘इच आफ डूइंग’ बिजनेस में सरलता लाने के बाद लगातार विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियां निवेश कर रही है। देश अर्थव्यवस्था के साथ रक्षा के क्षेत्र में नई मिशाल कायम कर रहा है। वहीं स्पेस के क्षेत्र में ‘इसरो’ हर दिन नया कीर्तिमान बना रहा है। इस बीच एक अमेरिकी कंपनी ने ताकतवर देशों की सूची जारी की है । हलाकि यूएस पब्लिकेशन के रिपोर्ट के अनुसार भारत टॉप 10 में अपनी जगह नही बना सका है। रिपोर्ट में भारत को 12 स्थान दिया गया है।

रिपोर्ट के अनुसार इजरायल को पहला स्थान दिया गया है। वहीं क्रमस संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, जापान, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन, जर्मनी, रूस, चीन और यूनाइटेड स्टेट्स दुनिया के 10 सबसे पावरफुल बताए गए है। हालांकि इस लिस्ट में 11वें नंबर पर फ्रांस और 12वें नंबर पर भारत है. गौर करने वाली बात ये है कि इस रैंकिंग में जापान को दक्षिण कोरिया के बाद जगह मिली है.

आपको बता दें यह रिपार्ट रैंकिंग मॉडल ग्लोबल मार्केटिंग कम्यूनिकेशन कंपनी के बीएवी ग्रुप और यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट ने मिलकर तैयार किया है. इसमें भारत को 100 से में 46.3 पॉइंट दिए गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार सॉफ्टवेयक वर्कर, बिजनेस आउटसोर्सिंग सर्विसेज और इनफोर्मेशन टेक्नोलॉजी सर्विसेज में भारत के पास अपार संभावनाएं हैं, लेकिन उसे सबसे ज्यादा पॉइंट उसके हेरिटेज और कल्चरल इंफ्लूएंस के लिए मिले हैं.

रिपोर्ट मे कहा गया कि आधुनिक भारत ने भी सांस्कृतिक योगदान में भागीदारी दी है. भारत की फिल्म इंडस्ट्री दुनियाभर के किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा फिल्म बनाने वाली इंडस्ट्री है. भारत के पास 1980 से अब तक तीन बुकर प्राइज विजेता सरमान रशदी, रवि शंकर और अली खान अकबर हैं.इतना ही नही भारत को ताजमहलए हुमांयू टॉम्बए कोणार्क के सूर्य मंदिर और अन्य प्रमुख मंदिरों जैसे ऐतिहासिक खजाने के लिए जाना जाता है

रैंकिग में प्रभाव डालने कारणो के बताया गया है , रिपोर्ट के अनुसार भारत की बड़ी जनसंख्या और कम प्रति व्यक्ति आय ने इसकी ऑल ओवर रैंकिंग पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है. देश के पास विशाल, कुशल कार्यबल के साथ फास्ट ग्रोइंग विविध अर्थव्यवस्था है, लेकिन अपनी जनसंख्या, प्रति व्यक्ति आय और सकल राष्ट्रीय उत्पाद के आधार पर यह दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है.