बल्क कचरा संग्रहण शुल्क वसूली हेतु टारगेट देवें- आयुक्त

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By Akanksha JainPublished On: July 30, 2020

इन्दौर,30 जुलाई गुरुवार ।

आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा सिटीबस आॅफिस में बल्क कचरा संग्रहण के संबंध में बैठक ली गई।
बैठक में अपर आयुक्त संदीप सोनी, अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी अखिलेश उपाध्याय, एन.जीओ. के हेड एवं उनके प्रतिनिधी उपस्थित थें।

आयुक्त पाल द्वारा बैठक में निर्देश दिये गए कि, स्वच्छ भारत मिशन के अनुसार बल्क कचरा संग्रहण करने वाले ऐसे संस्थान जहा से बल्क कचरा संग्रहण किया जाता है वहा से चार भागो में पृथक पृथक कर संग्रहण किया जावे जिसमें गिला कचरा, सुखा कचरा, जैविक अपशिष्ट कचरा, हैजार डस्ट अलग अलग लिया जावें। गिला व सुखा कचरे के साथ ही जैविक कचरे में मास्क, ग्ल्ब्स, सेनेटाईजर नेपकिन, डायपर, आदि एवं हैजार डस्ट अन्तर्गत एल्यूमिनियम पेन्ट के डब्बे, बल्ब, मेडिसिन, मेडिकल वेस्ट, इत्यादि जैविक अपशिष्ट पीली थेली में तथा हैजार डस्ट काली थेली में रखे जावें।

बल्क कचरा संग्रहण शुल्क वसूली हेतु टारगेट देवें- आयुक्त
यह विशेष रुप से ध्यान रखे कि कचरा सेग्रीगेशन के उपरान्त ही प्राप्त हो।
मिक्स कचरा किसी भी रुप में प्राप्त नही हो।
इस हेतु एनजीओ के हेड एवं प्रतिनिधि संस्थान पर जाकर समझाईश देंगे।
इसी के साथ ही आयुक्त पाल द्वारा बल्क कचरा शुल्क की राशि जो कि, इस वर्ष काफी कम प्राप्त हुआ है वह इस वर्ष राजस्व वसूली बढाने के निर्देश भी दिये है। इस हेतु सभी को टारगेट देने हेतु अपर आयुक्त को निर्देशित किया गया।
राजस्व वसूली में सिथिलता या लापरवाही बर्दाश नही करने के निर्देश आयुक्त सुश्री पाल द्वारा दिये है।
विदित हो कि, निगम द्वारा लगभग 4630 संस्थानों से बल्क कचरा संग्रहण का कार्य किया जाता है।
इस कार्य हेतु निगम के 60 से अधिक वाहन कचरा संग्रहण हेतु लगाये गए है।
उक्त वाहनों में जीपीएस सिस्टम भी लगाने के निर्देश आयुक्त द्वारा दिये गये है।