MP Weather : मध्य प्रदेश में इन दिनों गर्म हवाओं का प्रभाव बढ़ गया है, जिससे प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज़ गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में प्रदेश में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। यह स्थिति आसपास के राज्यों में तपिश बढ़ने के कारण और भी गंभीर हो रही है। क्योंकि वहां से गर्म हवाएं प्रदेश में प्रवेश कर रही हैं, जिनकी वजह से तापमान में वृद्धि हो रही है। यह गर्म मौसम अगले दो-तीन दिनों तक बने रहने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, 12 मार्च से उत्तर-पश्चिम भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है, जिसका असर मध्य प्रदेश के कई जिलों पर पड़ने की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप तापमान में गिरावट आ सकती है और प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम थोड़ा ठंडा हो सकता है।

प्रदेश में मौसम का मिजाज (MP Weather)
पिछले तीन दिनों से प्रदेश में गर्मी का प्रभाव बढ़ा है और इसका असर विभिन्न स्थानों पर देखा गया है। 11 मार्च को रतलाम में 38.5 डिग्री, खजुराहो में 38.4 डिग्री, गुना में 38.1 डिग्री, ग्वालियर, उज्जैन और दमोह में 37.5 डिग्री, तथा इंदौर में 37.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
प्रमुख जिलों के तापमान
प्रमुख जिलों के तापमान की स्थिति पर गौर करें तो बैतूल में 36.5 डिग्री, भोपाल में 37.1 डिग्री, धार में 39.1 डिग्री, गुना में 38.1 डिग्री, नर्मदापुरम में 39 डिग्री, जबलपुर में 35.2 डिग्री, मंडला में 37.2 डिग्री, और सिवनी में 37.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। इसके साथ ही न्यूनतम तापमान की स्थिति भी विभिन्न शहरों में अलग-अलग रही। भोपाल में न्यूनतम तापमान 17.1 डिग्री, धार में 22.3 डिग्री, नर्मदापुरम में 20.02 डिग्री, खंडवा में 21 डिग्री, उज्जैन में 16 डिग्री, जबलपुर में 14.4 डिग्री, और सागर में 20 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
प्रदेश में गर्मी का असर हुआ तीव्र
इस समय, प्रदेश में गर्मी का असर तीव्र हो गया है और इससे जनजीवन पर असर पड़ रहा है। लोग गर्म हवाओं और उच्च तापमान से परेशान हैं, और आगामी कुछ दिनों में इस स्थिति में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद तापमान में गिरावट हो सकती है, जो गर्मी से राहत दिला सकता है। लेकिन इस बीच, लोगों को धूप में बाहर निकलने से बचने और अधिक से अधिक पानी पीने की सलाह दी जा रही है ताकि हीटस्ट्रोक जैसी समस्याओं से बचा जा सके।