इंदौर शहर में ट्रैफिक की गंभीर समस्या को देखते हुए इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA) लगातार नए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। अब कनाड़िया चौराहे पर डबल डेकर ओवरब्रिज के निर्माण की दिशा में बड़ी पहल की गई है।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली गई है और जल्द ही इसका टेंडर जारी किया जाएगा। इस पुल के बनने से शहर को ट्रैफिक जाम की समस्या से काफी राहत मिलने की उम्मीद है।

लवकुश चौराहे के बाद शहर को मिलेगा दूसरा डबल डेकर ओवरब्रिज
इंदौर का पहला डबल डेकर ओवरब्रिज लवकुश चौराहे पर बन रहा है, जिसका कार्य काफी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। अब कनाड़िया चौराहे पर बनने वाला यह दूसरा डबल डेकर ब्रिज, शहर की सड़कों और यातायात व्यवस्था को नया आयाम देगा। इस नए ब्रिज का उद्देश्य न केवल ट्रैफिक का सुचारू संचालन है, बल्कि यह टीपीएस क्षेत्र 5 और 9 के लिए भी एक महत्त्वपूर्ण कनेक्शन बिंदु साबित होगा।
कनाड़िया ब्रिज की लागत और रूट की विस्तृत जानकारी
IDA के सीईओ आरपी अहिरवार के अनुसार, कनाड़िया डबल डेकर ब्रिज की लागत करीब 175 करोड़ रुपये होगी। यह ब्रिज कनाड़िया बायपास के ऊपर बनेगा और मोर्या हिल्स के पास से शुरू होकर कनाड़िया थाने के आगे तक फैला होगा। इसकी इंजीनियरिंग टीम ने ब्रिज की लंबाई, चौड़ाई, पिलर की स्थिति और अन्य तकनीकी पहलुओं का सर्वे कर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की है।
इंदौर की ट्रैफिक समस्या और ओवरब्रिज का समाधान
इंदौर की सबसे बड़ी चुनौती बन चुकी है यातायात जाम। पुराने और संकरे चौराहे हर दिन वाहनों की भारी भीड़ से जूझते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए IDA द्वारा बीते कुछ महीनों में फूटी कोठी, भंवरकुआं, खजराना और लवकुश चौराहों पर कई ओवरब्रिजों का निर्माण शुरू किया गया है, जो विजय नगर से सुपर कॉरिडोर की ओर आने-जाने वाले मार्गों को सुगम बनाते हैं। इसी श्रृंखला में अब कनाड़िया चौराहा भी शामिल होने जा रहा है।
लवकुश चौराहा डबल डेकर ब्रिज
लवकुश चौराहा पर बन रहा डबल डेकर ओवरब्रिज सिर्फ इंदौर ही नहीं, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश का पहला ऐसा ब्रिज है, जो तीन स्तरों पर ट्रैफिक को हैंडल करेगा। इसमें बीच में मेट्रो ट्रेन की पटरी, दोनों ओर वाहनों के लिए पुल और सबसे ऊपर उज्जैन-इंदौर रोड के लिए मुख्य ब्रिज का निर्माण हो रहा है। इसमें ब्रो स्ट्रिंग गर्डर जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।
65% काम पूरा, जनवरी 2026 में संभावित लोकार्पण
लवकुश चौराहा ब्रिज निर्माण के तहत अब तक 247 में से 148 सेगमेंट लांच किए जा चुके हैं, यानी 65% कार्य पूर्ण हो चुका है। मरीमाता क्षेत्र में ब्रिज का ढांचा तैयार हो चुका है, जहां दो पिलरों के बीच 13 सेगमेंट स्थापित किए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट की डेडलाइन मूल रूप से अगस्त 2025 थी, लेकिन तकनीकी चुनौतियों के चलते अब इसे दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, और जनवरी 2026 में इसका लोकार्पण करने की योजना है।