इंदौर। बिजली के मीटरों की रीडिंग का कार्य गुणवत्ता एवं समय से होना चाहिए, ताकि उपभोक्ताओं को रीडिंग संबंधी शिकायत करने का मौका नहीं मिले। यह कंपनी की छवि के लिए बहुत जरूरी है, यदि कोई मीटर रीडर गलती कर रहा है, तो उस पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने ये निर्देश दिए। शुक्रवार को पोलोग्राउंड बिजली कंपनी मुख्यालय में ली मिटिंग में उन्होंने कहा कि बिजली गुणवत्ता से वितरित हो, त्रुटिरहित मीटर रीडिंग, सही बिल जारी करने और उपभोक्ताओं की संतुष्टि हमारा लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति में हरसंभव प्रयास किए जाए, यदि कोई सतत गलती कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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तोमर ने सीएम हेल्प लाइन, बिजली शिकायत निवारण टोल फ्री नंबर 1912, ऊर्जस एप व अन्य माध्यमों पर दर्ज होने वाली शिकायतों एवं उनके समाधान की प्रक्रिया की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत बिल त्रुटिरहित दे तो हमारी सेवा संबंधी शिकायतों में व्य़ापक कमी आएगी। मैंटेनेंस के लिए बिजली बंद रखी जाए तो स्थानीय जन प्रतिनिधियों, उपभोक्ताओं को वाट्सएप ग्रुपों इत्यादि में सूचना दी जाए, ताकि अत्यावश्यक कार्य से बिजली बंद भी रखे तो परेशानी कम से कम आए। प्रबंध निदेशक तोमर ने आरडीएसएस के तहत बनने वाले ग्रिडों के कार्य समय पर करने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य, इंदौर के मुख्य अभियंता पुनीत दुबे, अन्य वरिष्ठ अधिकारी सुनील पाटौदी, डीके पाटीदार, तरूण उपाध्याय आदि मौजूद थे।