गोपाल मंदिर हेरिटेज काम्प्लेक्स (Gopal Temple Heritage Complex) में 118 व्यापारियों को नगर निगम द्वारा दुकानों का कब्जा दिए जाने के बावजूद भी अब तक किसी ने यहां व्यापार प्रारंभ नहीं किया है। इसका प्रमुख कारण बताया जाता है कि व्यापारी इस बात से नाराज हैं कि गोपाल मंदिर के आसपास के क्षेत्र में जब तक फुटपाथ पर उन्हीं सामान और कपड़ों की दुकान लग रही है तब ग्राहक इस कॉन्प्लेक्स में क्यों आएंगे। व्यापारियों का कहना है कि जहां पहले उनकी दुकानें थीं वहां अब फुटपाथ की दुकानें लगने लगी हैं और इन फुटपाथी दुकानों से उनका धंधा पूरी तरह से चौपट हो गया है।
गोपाल मंदिर हेरिटेज काम्प्लेक्स व्यापारी संघ के उपाध्यक्ष मुकेश पटवा ने बताया कि गोपाल मंदिर सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट के तहत 135 दुकानों को गोपाल मंदिर के आसपास और मंदिर परिसर से हटाया गया था। जिसमें से 118 पात्र दुकानदारों को नए काम्प्लेक्स में दुकानें दी गई हैं। उनकी समस्या यह है कि नगर निगम द्वारा उनसे दुकान निर्माण लागत राशि तो ली ही जा रही है इसके बावजूद भारी भरकम किराया भी लिया जा रहा है। पटवा ने बताया कि इतना ज्यादा किराया देने में व्यापारी असमर्थ हैं।
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पटवा ने कहा कि जहां पहले यह 135 दुकाने थीं अब वहां फुटपाथ पर दुकाने लगने लगी हैं । जिससे इस काम्प्लेक्स में उनका धंधा चलना मुश्किल है। पिछले दिनों गोपाल मंदिर हेरिटेज काम्प्लेक्स के उद्घाटन के मौके पर इसकी जानकारी उन्होंने सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर मनीष सिंह और निगम आयुक्त प्रतिभा पाल को भी दी थी। जिसके बाद नगर निगम ने यहां से फुटपाथ पर लगने वाली दुकानों पर कुछ हद तक रोक लगाई है। वही फुटपाथ पर दुकानें लगाने वालों का कहना है कि वह गरीब लोग हैं और इसी से उनके परिवार का पालन पोषण होता है अगर उन्हें हटा दिया जाता है तो वे कहां जाएंगे और परिवार का पालन पोषण कैसे करेंगे। यह प्रशासन को सोचना चाहिए।
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फुटपाथ पर दुकानें लगाने के लिए भी देनी पड़ती है राशि –
कई दुकानदारों ने दबे स्वर में बताया कि राजबाड़ा क्षेत्र में फुटपाथ पर लगने वाली दुकानों से नगर निगम और पुलिस के नाम पर वसूली की जाती है। यही नहीं इस क्षेत्र में अलग-अलग क्षेत्रवार अलग अलग लोगों द्वारा वसूली की जाती है। जैसे अटाला बाजार क्षेत्र में अलग वसूली होती है। गोपाल मंदिर के पीछे भाग में अलग व्यक्ति वसूली करता है वही इमामबाड़ा क्षेत्र में अलग व्यक्ति वसूली करता है।
प्रत्येक दुकान लगाने वाले से प्रतिदिन 100 से 300 तक लिए जाते हैं। पीपली बाजार क्षेत्र वसूली के मामले में सबसे महंगा क्षेत्र है। यहां प्रतिदिन दुकान लगाने वालों से 500 तक भी लिए जाते हैं । यह भी बताया जाता है कि जब तक इन वसूली वालों की अनुमति नहीं होती है तब तक कोई नया दुकानदार इस क्षेत्र में दुकान नहीं लगा सकता है। यह वसूली प्रतिदिन के हिसाब से होती है। बताया जाता है कि प्रशासन की सख्ती के चलते पिछले कुछ माह से यह वसूली बंद है।