फिर बोले फारूक अब्दुला: कश्मीर में पर्यटन बढ़ रहा, तो क्या पर्यटन ही सब कुछ हैं?

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By Akanksha JainPublished On: December 5, 2021

किसान आंदोलन की सफलता के बाद देश भर से अलग अलग मांगों को लेकर एकजुट होने की बातें सामने आ रहीं हैं इसी कड़ी में जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि केंद्र द्वारा छीने गए अधिकारों को पाने के लिए हमें भी किसानों की तरह बलिदान देना होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से एक ऐसा मंच तैयार करने को कहा जिससे केंद्र शासित प्रदेश को पूर्ण प्रदेश का दर्जा मिल सके।

आपको बता दे कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा, अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति और पर्यटन बढ़ने को लेकर एक बयान दिया गया था जिस पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर कश्मीर में पर्यटन बढ़ रहा है, तो इसका क्या मतलब है? क्या पर्यटन ही सब कुछ है?

उन्होंने आगे कहा कि हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए तीन लोगों के परिवारों के भारी विरोध के बाद पुलिस और प्रशासन को दो के शवों को बाहर निकालना पड़ा। इसके बाद उन्हें पीड़ित परिवारों को सौंपना पड़ा। तीसरे व्यक्ति का शव उधमपुर में उसके परिवार को सौंपा जाना बाकी है। उन्होंने पार्टी के लोगों से जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू करने और कश्मीर के हर गांव और इलाके लोगों से जुड़ने की बात भी कही।