जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में पुलिस स्टेशन में बड़ा धमाका, 9 की मौत, 29 घायल

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By Pinal PatidarPublished On: November 15, 2025

शुक्रवार, 14 नवंबर की रात श्रीनगर का नौगाम इलाका एक जोरदार धमाके से थर्रा उठा। पुलिस स्टेशन परिसर में हुए इस भयंकर विस्फोट ने पूरे क्षेत्र को मिनटों में दहशत में डाल दिया। हादसे में अब तक 9 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जबकि 29 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में कई की हालत गंभीर है, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

विस्फोट इतना बड़ा कि 30 किमी दूर तक सुनी गई आवाज



प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक धमाका असाधारण रूप से शक्तिशाली था। कई लोगों ने बताया कि देर रात अचानक तेज धमाका सुनाई दिया, खिड़कियों के शीशे हिलने लगे, और कुछ सेकंड के लिए ऐसा लगा मानो भूकंप आया हो। विस्फोट का प्रभाव इतना जबरदस्त था कि 30 किलोमीटर दूर स्थित इलाकों में भी इसकी गूंज महसूस की गई। पुलिस स्टेशन के भीतर मौजूद कई वाहन आग की चपेट में आ गए और आसपास की जगहों पर भी मलबा बिखर गया।

थाने में लगी भीषण आग, कई वाहन जलकर राख

धमाके के कुछ ही मिनटों बाद पुलिस स्टेशन के भवन में आग फैल गई। वहां खड़े कई वाहन पल भर में लपटों में घिर गए और पूरी तरह जलकर खाक हो गए। देखते ही देखते पूरी इमारत धुएं और आग से भर गई। रात करीब 12 बजे से पहले ही बड़ी संख्या में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां, एंबुलेंस और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गईं। फायर कर्मियों को आग पर काबू पाने में लंबे समय तक मशक्कत करनी पड़ी।

इलाके को घेरा गया, सभी रास्ते बंद, अलर्ट मोड पर सुरक्षा एजेंसियाँ

धमाके के तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियों ने नौगाम क्षेत्र की घेराबंदी कर दी। आसपास की सड़कों को सील कर दिया गया ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जांच की जा सके। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की यूनिटें रात में ही मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गईं। अधिकारियों ने कहा कि घटना के कारणों की बारीकी से जांच की जा रही है और पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी है।

क्या रेड फोर्ट टेरर मॉड्यूल से बरामद विस्फोटक ही हादसे का कारण?

सूत्रों ने जानकारी दी है कि धमाके की जांच एक महत्वपूर्ण सवाल पर केंद्रित है। क्या यह विस्फोट उन विस्फोटक सामग्रियों के निरीक्षण के दौरान हुआ, जिन्हें कुछ दिन पहले दिल्ली के रेड फोर्ट ब्लास्ट मॉड्यूल से बरामद किया गया था? बताया जा रहा है कि नौगाम पुलिस स्टेशन में वही विस्फोटक सुरक्षित रखे गए थे और उनकी जांच का काम चल रहा था।

FSL टीम और मजिस्ट्रेट मौके पर मौजूद थे, निरीक्षण के दौरान हुआ हादसा?

धमाके के समय फोरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम और एक मजिस्ट्रेट मौके पर मौजूद थे। वे बरामद विस्फोटकों के नमूनों की जांच कर रहे थे। यह आशंका जताई जा रही है कि निरीक्षण के दौरान अमोनियम नाइट्रेट या किसी अन्य केमिकल ने रिएक्शन किया और एक चेन-रिएक्शन जैसी स्थिति बन गई, जिसके चलते इतना बड़ा धमाका हो गया।