Indian Army Press Conference : भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब दिया है। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकियों के ठिकानों पर जोरदार हमला बोला। इस सैन्य अभियान को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है।
इस कार्रवाई की जानकारी देने के लिए सेना और विदेश मंत्रालय ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसकी शुरुआत पहलगाम हमले के भयावह वीडियो से हुई। इस वीडियो में दिखाया गया कि कैसे बीते दशक में 350 भारतीय आतंकी हमलों का शिकार बने, जिसमें सिर्फ पहलगाम हमले में ही 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई।

पाकिस्तान आतंकियों की पनाहगाह : विदेश सचिव
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पहलगाम हमला न सिर्फ अमानवीय था, बल्कि इसे निर्दोष लोगों के सामने अंजाम दिया गया। इस हमले की जिम्मेदारी TRF नामक आतंकी संगठन पर है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवादियों की शरणस्थली बताते हुए कहा कि वह बार-बार दुनिया को भ्रमित करता है और सच्चाई से मुंह मोड़ता है।
भारत ने किया अपने अधिकार का प्रयोग
विदेश मंत्रालय ने साफ कहा कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत अपने आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग करते हुए यह सर्जिकल स्ट्राइक की। यह हमला विशेष रूप से आतंकियों के नेटवर्क और उनकी लॉजिस्टिक सपोर्ट को नष्ट करने के लिए किया गया।
25 मिनट में पाकिस्तान और POK में 21 ठिकाने तबाह
सेना की ओर से कर्नल सोफिया कुरैशी ने ऑपरेशन की रणनीति साझा की। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई रात 1:05 बजे शुरू हुई और महज 25 मिनट में 1:30 बजे तक पूरी हो गई। इस दौरान पाकिस्तान और पीओके में फैले 9 इलाकों में कुल 21 आतंकी ठिकानों पर सटीक निशाना साधा गया।
ऑपरेशन की पहली बमबारी सवाईनाला कैंप पर की गई, जिसके बाद जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के कई ठिकानों को नष्ट किया गया। पाकिस्तान के सियालकोट स्थित सरजल कैंप को भी इस कार्रवाई में टारगेट किया गया। खास बात यह रही कि यह पूरा ऑपरेशन खुफिया जानकारी के आधार पर किया गया और नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया।